26 वर्षीय विनय नरवाल और हिमांशी की 16 अप्रैल को उत्तराखंड में डेस्टिनेशन वेडिंग थी और फिर 19 अप्रैल को रिसेप्शन का आयोजन था। हिमांशी गुरुग्राम की रहने वाली थीं और विनय करनाल के थे।
विनय नरवाल के करनाल स्थित घर पर उनकी दर्दनाक हत्या की खबर पहुंची तो कोहराम मच गया।
विनय नरवाल का शव दिल्ली लाया गया तो वहां सीएम रेखा गुप्ता समेत कई लोग उन्हें श्रद्धांजलि पहुंचे। नवविवाहिता पत्नी हिमांशी इस दौरान बदहवास नजर आईं।
हिमांशी ताबूत से लिपटकर रोने लगीं तो हर किसी का कलेजा कांप उठा। इस दौरान नेवी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।
हिमांशी और विनय नरवाल का 19 अप्रैल को ही रिसेप्शन था और 16 तारीख को उनकी शादी हुई थी।
हिमांशी और विनय नरवाल के अलावा कानपुर शुभम द्विवेदी भी पत्नी के साथ घूमने गए थे और उन्हें भी वहां मार डाला गया।
दिल्ली की मुख्यमंत्री सीएम रेखा गुप्ता हिमांशी के आंसू पोछती नजर आईं। इसके अलावा नायब सैनी ने करनाल स्थित परिजनों से फोन पर बात की।
हिमांशी अपने पति विनय के ताबूत से लिपटकर यही कहती रहीं कि अब मैं कैसे जिऊंगी।
विनय नरवाल को नेवी के जवानों ने भी दिल्ली में श्रद्धांजलि दी।