राजस्थान में कल फिर होगी मॉक ड्रिल,ब्लैकआउट एक्सरसाइज, बॉर्डर जिलों में खास अलर्ट!
राजस्थान में 29 मई को एक बार फिर राज्यव्यापी मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट एक्सरसाइज आयोजित की जाएगी। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद राज्य के सभी जिलों को इसके लिए विशेष निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

राजस्थान में 29 मई को एक बार फिर राज्यव्यापी मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट एक्सरसाइज आयोजित की जाएगी। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद राज्य के सभी जिलों को इसके लिए विशेष निर्देश जारी कर दिए गए हैं। खासतौर पर पाकिस्तान सीमा से सटे जिलों—जैसे बाड़मेर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर और बीकानेर—में प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।
सायरनों से गूंजेंगे शहर
मॉक ड्रिल के दौरान एयर स्ट्राइक जैसे हालात को री-क्रिएट किया जाएगा। इस दौरान सायरन बजाकर आम लोगों को सतर्क किया जाएगा और देखा जाएगा कि प्रशासन, सिविल डिफेंस, पुलिस और चिकित्सा विभाग जैसे अहम संस्थान कितनी तत्परता से प्रतिक्रिया देते हैं। साथ ही आम नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभ्यास भी दोहराया जाएगा।
जोधपुर-बाड़मेर में सक्रिय तैयारियां
जोधपुर कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार को जिले में मॉक ड्रिल होगी, हालांकि समय अभी निर्धारित नहीं किया गया है। बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी ने भी मॉक ड्रिल को लेकर निर्देश मिलने की पुष्टि की है और बताया कि समय तय करने के लिए अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है।
ब्लैकआउट एक्सरसाइज
मॉक ड्रिल के बाद रात को ‘ब्लैकआउट एक्सरसाइज’ भी की जाएगी। इसमें कुछ समय के लिए शहरों में बिजली सप्लाई बंद कर दी जाएगी ताकि यह परखा जा सके कि अगर दुश्मन देश रात के अंधेरे में हमला करे, तो शहरों को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। 7 मई को भी जयपुर, अजमेर, कोटा और अलवर समेत 28 शहरों में ब्लैकआउट किया गया था, जिसमें लोगों ने घरों और दुकानों की लाइटें बंद रखीं थीं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सतर्कता बढ़ी
यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें सेना ने 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया था। इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इसके बाद से देशभर में हाई अलर्ट की स्थिति बनी हुई है।
क्यों जरूरी है मॉक ड्रिल
सिविल डिफेंस अधिकारियों के अनुसार, मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट एक्सरसाइज का उद्देश्य केवल अभ्यास नहीं, बल्कि जनसामान्य और प्रशासन को युद्ध जैसी संभावित परिस्थितियों के लिए मानसिक और तकनीकी रूप से तैयार करना है। इसमें लोगों को यह सिखाया जाता है कि ऐसी आपात स्थितियों में कैसे शांत रहें, कैसे सुरक्षित स्थान पर जाएं और कैसे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
29 मई की मॉक ड्रिल सिर्फ एक सरकारी औपचारिकता नहीं, बल्कि सुरक्षा और सतर्कता का सार्वजनिक संदेश है। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस अभ्यास में सहयोग करें और निर्देशों का गंभीरता से पालन करें।
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