कोटा में एक और छात्र ने दे दी जान, दो साल से जेईई की तैयारी कर रहा था यूपी का उज्जवल
मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए फेमस राजस्थान के कोटा शहर में एक और छात्र ने सुसाइड कर लिया। वह जेईई की तैयारी कर रहा था। बताया जा रहा है वह अपने पिता के साथ आज घर जाने वाला था। कोटा में इस साल अब तक 10 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं।

मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए फेमस राजस्थान के कोटा शहर में एक और छात्र ने सुसाइड कर लिया। वह जेईई की तैयारी कर रहा था। बताया जा रहा है वह अपने पिता के साथ आज घर जाने वाला था। कोटा में इस साल अब तक 10 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं।
राजस्थान में शिक्षा नगरी के नाम से मशहूर कोटा में एक और कोचिंग छात्र ने रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। छात्र की पहचान उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी उज्जवल मिश्रा के रूप में हुई है। वह कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था। छात्र पिछले दो साल से कोटा के जवाहर नगर में एक हॉस्टल में रह रहा था। हादसे की सूचना के बाद जीआरपी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चेरी में रखवाया। बताया जा रहा है कि छात्र अपने अपने पिता के साथ आज घर जाने वाला था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया है और मामले में जांच की जा रही है।
कोटा जिला प्रशासन छात्रों को तनाव से बाहर निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। कोटा जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी भी छात्रों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुनते हैं। वह छात्रों को सफलता के टिप्स बताते हैं और उन्हें हौसला देते हैं। इसके बाद भी छात्रों में मानसिक तनाव कम नहीं हो रहा है। छात्रों को कोटा में पढ़ाई का बेहतर माहौल मिले, इसके लिए प्रशासन भी कोचिंग संस्थानों और हॉस्टल संचालकों के साथ बैठक कर रहा है। इसके लिए जो गाइडलाइन बनाई गई है, उसकी पालना के लिए भी प्रशासन लगातार निर्देशित कर रहा है।
इन सबके बावजूद कोटा में मानसिक तनाव के चलते छात्रों के आत्महत्या का सिलसिला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस साल की बात की जाए तो अब तक कुल 10 छात्रों ने मानसिक तनाव और अन्य कारणों के चलते सुसाइड किया है। इनमें से एक छात्र का शव रेलवे ट्रैक पर शतविक्षत हालात में मिला था।
रिपोर्टः योगेंद्र