पीएम-गृह मंत्री को राजस्थान सरकार को बाड़ेबंदी से मुक्त करना चाहिए; ऑपरेशन सिंदूर से पहले टीकाराम जूली
ऑपरेशन सिंदूर से पहले राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से राजस्थान की सरकार को बाड़ेबंदी से मुक्त करने की बात कहते हुए राज्य में सरकार की गैर मौजूदगी पर सवाल उठाए थे।

भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को बुरी तरह नष्ट कर दिया है। इसकी जानकारी सेना ने पूरे सबूतों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी है। इस ऑपरेशन से पहले राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से राजस्थान की सरकार को बाड़ेबंदी से मुक्त करने की बात कहते हुए राज्य में सरकार की गैर मौजूदगी पर सवाल उठाए थे।
दरअसल जूली ने राजस्थान सरकार की राज्य में गैरमौजूदगी पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार से उन्हें छोड़ने की बात कही थी। जूली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखते हुए कहा कि देश में मॉक ड्रिल चल रहा है। ये अच्छी बात है, लेकिन लेकिन केन्द्र सरकार की सबसे बड़ी मॉक ड्रिल में राज्य की पूरी सरकार ही गायब है। जूली ने ट्वीट में लिखा- देश में आयोजित किया जा रहा मॉक ड्रिल अच्छी बात है। ऐसे ड्रिल्स एक समय अंतराल के बाद आयोजित किए जाते रहने चाहिए।
ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए देश और देशवासियों की तैयारी बेहतर हो सके। अभी सीमा पर चल रहे हालात को देखते हुए इसकी उपयोगिता और भी अधिक हो जाती है। लेकिन केन्द्र सरकार की सबसे बड़ी मॉक ड्रिल में राज्य की पूरी सरकार ही गायब है।
जूली ने आरोप लगाते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री जी और गृह मंत्री जी, दोनों उपमुख्यमंत्री, सिविल डिफेंस मंत्री समेत पूरा मंत्रिमंडल एवं सत्ताधारी पार्टी का विधायक दल राज्य में ही नहीं है। इतनी बड़ी मॉक ड्रिल की बेहतर मॉनिटरिंग के लिए मुख्यमंत्री एवं मंत्रिमंडल का होना बेहद आवश्यक है परन्तु राजस्थान की भाजपा सरकार पिकनिक मनाने के लिए गुजरात गई हुई है।
जम्मू कश्मीर के बाद पाकिस्तान के साथ देश की सबसे बड़ी जमीनी सीमा राजस्थान की ही है। ऐसे में राजस्थान के मुख्यमंत्री एवं सरकार की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को राजस्थान की सरकार को आज ही बाड़ेबंदी से मुक्ति देनी चाहिए जिससे वो मॉकड्रिल का ज्यादा जरूरी काम कर सकें।