छह साल से पटना में रह रहा था अफगानी नागरिक, पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार
छह दिन के मेडिकल वीजा पर भारत आया अफगान नागरिक छह साल से देश में छिपा बैठा था। यहां आने के एक साल के भीतर उसके मददगारों ने बिहार में उसके फर्जी दस्तावेजों से आधार, पैनकार्ड और पासपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बनवा दिए।

छह दिन के मेडिकल वीजा पर भारत आया अफगान नागरिक छह साल से देश में छिपा बैठा था। यहां आने के एक साल के भीतर उसके मददगारों ने बिहार में उसके फर्जी दस्तावेजों से आधार, पैनकार्ड और पासपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बनवा दिए। जब उसी पासपोर्ट से शारजाह जा रहा था तो लखनऊ में इमिग्रेशन ने उसे पकड़ लिया। उसकी भाषा बिहार की शैली से बिलकुल अलग थी। अब सरोजनीनगर थाने में अफगानिस्तान के नागरिक रेहान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कनिष्ठ आव्रजन अधिकारी विद्या राम शुक्ल की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तहरीर के अनुसार 19 मई को शारजाह जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6ई 1423 का यात्री रेहान इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा। उसके दस्तावेजों में पटना का पता दर्ज था। रेहान ने अपना पासपोर्ट (संख्या सी-6978659) मंजूरी के लिए रखा। दस्तावेजों की जांच पड़ताल के दौरान उसकी भाषा शैली यूपी या बिहार की नहीं लग रही थी। इस पर इमिग्रेशन अधिकारी को शक हो गया।
साथ ही उसके सभी दस्तावेज जैसे जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक पासबुक सभी एक ही साल 2020 में बनाए गए थे। इससे शक और बढ़ गया। उसका नाम जंदुल्लाह दाद मोहम्मद, पुत्र दाद मोहम्मद खान है। अफगानिस्तान के पकटिका राज्य के सेंटर डिस्ट्रिक्ट के चकान गांव का रहने वाला है। उसके पास से आईफोन 13, आईफोन 16 प्रो के अलावा बड़ी मात्रा में अमेरिकी डॉलर, यूएई का दिरहम और भारतीय करेंसी भी बरामद की गई है।
दिसम्बर 2019 में आया था भारत
जब रेहान से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह मूल रूप से अफगानिस्तान का रहने वाला है। वर्ष 2019 में 31 दिसम्बर को वह छह दिन के भारतीय चिकित्सा वीजा, संख्या वीएल 2796501 और अफगानिस्तान पासपोर्ट संख्या पी 01694227 के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा था। तब से देश में बिना किसी सुरक्षा एजेंसी को सूचना दिए अवैध रूप से रह रहा था। उसने धोखाधड़ी से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट प्राप्त किया।