अलीगढ़ नगर निगम ने भूमि को कराया कब्जा मुक्त, एएमयू ने किया कानूनी स्वामित्व का दावा
अलीगढ़ में नगर निगम और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी जमीन को लेकर आमने-सामने हो गए हैं। जमीन पर कब्जे को लेकर जनसंपर्क कार्यालय ने बताया कि भूमि विश्वविद्यालय की विधिसम्मत स्वामित्वाधीन संपत्ति है, जिसके संपूर्ण प्रासंगिक दस्तावेज, साक्ष्य उपलब्ध हैं।

अलीगढ़ में नगर निगम और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी जमीन को लेकर आमने-सामने हो गए हैं। जमीन पर कब्जे को लेकर जनसंपर्क कार्यालय ने बताया कि भूमि विश्वविद्यालय की विधिसम्मत स्वामित्वाधीन संपत्ति है, जिसके संपूर्ण प्रासंगिक दस्तावेज, साक्ष्य उपलब्ध हैं। एएमयू जनसंपर्क कार्यालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) यह स्पष्ट करना चाहता है कि नगर निगम अलीगढ द्वारा जिन भूमि संबंधी मामलों को लेकर स्थल पर कार्रवाई की गई है। वह भूमि विश्वविद्यालय की विधिसम्मत स्वामित्वाधीन संपत्ति है। इस संबंध में विश्वविद्यालय के पास सभी प्रासंगिक दस्तावेज, अभिलेखीय साक्ष्य और विधिक प्रमाण उपलब्ध हैं, जिन्हें नियमानुसार सक्षम मंचों पर प्रस्तुत किया जा रहा है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जनसंपर्क कार्यालय (पीआरओ) द्वारा गुरुवार को जारी प्रेस बयान में कहा गया है कि 'अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) यह स्पष्ट रूप से स्पष्ट करना चाहता है कि जिस भूमि पर नगर निगम ने हाल ही में मौके पर कार्रवाई की है, वह विश्वविद्यालय की कानूनी रूप से स्वामित्व वाली संपत्ति है।
बयान में कहा गया है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है जो अपने सभी मामलों में कानूनी मानदंडों, संस्थागत औचित्य और संवैधानिक जिम्मेदारी का पूरी तरह से पालन करता है। विश्वविद्यालय अपने वैध अधिकारों की रक्षा के लिए उचित कानूनी और प्रशासनिक उपाय कर रहा है। यह वक्तव्य बुधवार को नगर निगम अलीगढ़ द्वारा की गई कार्रवाई के बाद आया है, जब उसने 41 बीघा भूमि पर कब्जा कर लिया। इस भूमि पर कोई निर्माण नहीं हुआ है, लेकिन पिछले अस्सी वर्षों से एएमयू द्वारा घुड़सवारी के लिए इसका उपयोग किया जा रहा था। इस कार्रवाई पर छात्र नेता सहित कई लोगों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिन्होंने एएमयू प्रशासन पर एएमयू की इतनी कीमती भूमि पर कब्जा छोड़ने का आरोप लगाया।
विधिक कदम उठाने जा रहा विवि प्रशासन
एएमयू एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जो अपने समस्त कार्यों में कानूनी मर्यादा, संस्थागत गरिमा और उत्तरदायित्व का पूर्णतः पालन करता है। विधिक एवं प्रशासनिक कदम उठा रहा है, ताकि संस्थान के वैध अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके। विश्वविद्यालय आश्वस्त करता है कि वह अपनी परिसंपत्तियों और संस्थागत प्रतिष्ठा की रक्षा हेतु संकल्पबद्ध है। सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं।