धीरे-धीरे किडनी को निगल रहे बीपी और शुगर
Aligarh News - फोटो, -अनियंत्रित ब्लड प्रेशर व शुगर किडनी फेल्योर का बड़ा कारण -किडनी पीड़ित

फोटो, -अनियंत्रित ब्लड प्रेशर व शुगर किडनी फेल्योर का बड़ा कारण -किडनी पीड़ित मरीजों पर हुए सर्वे में चौंकाने वाले तथ्य मिले -30 प्रतिशत मरीजों में ब्लड प्रेशर व 50 प्रतिशत में शुगर अधिक -शुगर पीड़ित 32,383 मरीजों में 16 हजार से अधिक हैं महिलाएं अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। बदलती जीवनशैली और लापरवाह आदतें किडनी को खतरनाक बीमारियों की ओर धकेल रही हैं। हालिया सर्वे से पता चला है कि हर तीसरा हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) मरीज और हर दूसरा शुगर मरीज अपनी बीमारी को नियंत्रित नहीं कर पा रहा। इसका सीधा असर किडनी पर पड़ रहा है। चिंताजनक बात यह है कि इस खतरे का सामना महिलाएं अधिक कर रही हैं।
सरकारी व निजी अस्पतालों में डायलिसिस कराने वालों की संख्या पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी है। नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी) सेल के रिकार्ड के अनुसार, डायबिटीज के 32,383 मरीजों में 16,433 महिलाएं हैं। वहीं, हाई ब्लड प्रेशर यानी बीपी के कुल 16,866 मरीज हैं, जिनमें 7,957 महिलाएं हैं। जांच में सामने आया कि 30 प्रतिशत मरीजों का ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा था, जबकि 50 प्रतिशत मरीजों की किडनी का खराब होने की वजह अनियंत्रित डायबिटीज बनी। इसके अलावा, 20 प्रतिशत मरीज दर्द निवारक गोलियों का ज्यादा सेवन, मोटापा और अन्य कारणों से किडनी रोग के शिकार हो रहे हैं। किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकुर वाष्र्णेय बताते हैं कि अधिकतर किडनी रोगी उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की वजह से अस्पताल पहुंच रहे हैं। इससे किडनी धीरे-धीरे सिकुड़ने लगती है और सही समय पर इलाज न मिले तो डायलिसिस या ट्रांसप्लांट के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। डॉ. विपिन गुप्ता बताते हैं, हाई बीपी और शुगर दोनों किडनी की नसों को नुकसान पहुंचाते हैं। जब ये बीमारियां लंबे समय तक अनियंत्रित रहती हैं तो किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती है। ... महिलाएं क्यों अधिक प्रभावित? स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंबिका रावत बताती हैं कि महिलाएं अपनी सेहत को लेकर लापरवाह होती हैं। वे घर के बाकी सदस्यों की देखभाल में खुद की बीमारी को अनदेखा कर देती हैं। समय पर जांच न कराना और नियमित दवाएं न लेना इस खतरे को और बढ़ा देता है। .... 60 प्रतिशत किडनी खराब क्वार्सी निवासी 52 वर्षीय महिला पिछले आठ साल से शुगर की मरीज हैं। पैरों में सूजन, थकान और कमजोरी महसूस होने पर जांच कराई। पता चला कि उनकी किडनी 60 प्रतिशत तक डैमेज हो चुकी है। अब उन्हें सप्ताह में दो बार डायलिसिस करवाना पड़ रहा है। महिला बताती हैं कि शुरू में दवाएं लेनी छोड़ दी थीं, अब पछता रही हूं। .... फैक्ट फाइल -32,383 शुगर के मरीजों में 16,433 महिलाएं -16,866 बीपी के मरीजों में 7,957 महिलाएं -30 प्रतिशत बीपी के मरीजों का ब्लड प्रेशर सामान्य से ऊपर -50 प्रतिशत शुगर के मरीजों का ग्लूकोज लेवल नियंत्रण से बाहर ... कैसे बचाएं किडनी? -बीपी और शुगर कंट्रोल रखें : समय-समय पर जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह लें। -डिहाइड्रेशन से बचें : पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि किडनी सही तरीके से काम कर सके। -दर्द निवारक दवाओं से परहेज : जरूरत पड़ने पर ही डॉक्टर की सलाह से दवा लें। -संतुलित आहार लें : ज्यादा नमक, जंक फूड और अत्यधिक प्रोटीन डाइट से बचें।
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