उफ ये गर्मी: आसमान से बरसी आग, जन-जीवन बेहाल
Bagpat News - - 41 डिग्री दर्ज हुआ अधिकतम तापमानउफ ये गर्मी: आसमान से बरसी आग, जन-जीवन बेहालउफ ये गर्मी: आसमान से बरसी आग, जन-जीवन बेहालउफ ये गर्मी: आसमान से बर

आसमान से बरसती आग ने लोगों के शरीर को झुलसा दिया है। अभी तक दिन में सूरज की तपिश और लू के थपेड़ों की वजह से लोगों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब रात में भी गर्म हवाएं चलने की वजह से गर्मी के तेवर काफी ज्यादा तल्ख बने हुए हैं। मंगलवार को भी पूरे दिन प्रचंड गर्मी के सितम से लोग खासे परेशान रहे। अधिकतम तापमान 41 डिग्री व न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मई का महीना जैसे-जैसे आगे बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे सूर्य देव के तेवर और ज्यादा तल्ख होते जा रहे हैं।
आसमान से बरसती आग और गर्म हवाओं ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है। मंगलवार को भी पूरे दिन लोगों को प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ा। सुबह से ही तेज धूप ने दस्तक दी। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, वैसे-वैसे धूप का सितम और ज्यादा बढ़ गया। सुबह 11 बजे से ही गर्मी के तेवर काफी ज्यादा उग्र हो गए। आसमान से बरसती आगे के बीच लू के थपेड़ों ने लोगों की परेशानी और ज्यादा बढ़ा दी। दोपहर में हर कोई गर्मी से बचने की जुगत करता रहा। जिसके चलते लोग घर में ही कैद रहे और बाहर निकलने में बचते नजर आए। गर्मी से बचाव के लिए लोग कूलर, एसी और पंखे के सहारे रहे, लेकिन इसके बाद भी लोगों को कोई राहत नहीं मिली। दोपहर में जो लोग जरुरी काम होने पर बाहर निकलें वह लोग गर्मी से बचने के संसाधन साथ निकलें। इसके बाद भी लोगों को कोई राहत नहीं मिली। दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। शाम होने के बाद भी गर्म हवाओं के चलने का सिलसिला जारी रहा। जिसके चलते रात में भी मौसम गर्म बना रहा। जिसके चलते लोगों को गर्मी से कोई राहत नहीं मिली। ------- एंबुलेंसों में भी पर्याप्त दवाएं रखवाईं भीषण गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। हीट वेव व डिहाइड्रेशन के बढ़ते मामलों को देखते हुए 108 व 102 एंबुलेंसों में ओआरएस, ग्लूकोज पाउडर सहित अन्य जरूरी दवाएं रखवा दी गयी हैं, ताकि खबर मिलने पर एंबुलेंस में तैनात ईएमटी हॉस्पिटल में पहुंचने से पहले पीड़ित को प्राथमिक उपचार प्रदान कर सके। -------- एसी व कूलर हुए फेल, मुश्किलें बढ़ीं मंगलवार को भी अधिकतम तापमान के 41 डिग्री पर बने रहने की वजह से लोगों को कूलर और एसी में भी राहत नहीं मिल सकी। सीलिंग फेन तो गर्म हवाएं उगल रहे थे। हाल, ये था कि लोग बार-बार मिस्त्रित्त्यों से संपर्क करके अपने एसी के खराब होने की जानकारी देते रहे। ऐसे में मिस्त्रित्त्यों ने बताया कि अधिकतम तापमान के 41 डिग्री के अधिक बने रहने की वजह से एसी का कम्प्रेशर पूरी तरह काम नहीं कर रहा है। इसके चलते एसी शीतलता प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। एसी व कूलर के काम न करने की वजह से लोगों को दोपहर के वक्त बिल्कुल भी राहत नहीं मिली। सायं चार बजे के बाद तापमान में गिरावट आने पर एसी ने काम करना शुरु किया, तब कहीं जाकर लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की। ------- टंकियों से निकल रहा खौलता हुआ पानी दिन और रात के तापमान में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के चलते लोगों को नहाने तक के लिए सामान्य जल नहीं मिल पा रहा। सबसे ज्यादा मुश्किल में महिलाएं हैं। उनको किचिन में बर्तन साफ करने के लिए भी खौलता हुआ पानी मिल रहा है। तापमान दिन में 41 और रात में 26 डिग्री तक रहने की वजह से छतों के ऊपर रखी टंकियों का पानी खौल रहा है। ये पानी कई दिनों से नार्मल नहीं हो रहा। रात और दिन टंकियों से गर्म पानी निकल रहा है, जिसके चलते लोगों को दैनिक क्रियाओं के साथ-साथ स्नान करने के लिए सामान्य जल नहीं मिल रहा। बर्तन साफ करने के लिए महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत उठानी पड़ रही है। टंकियों से निकल रहे खौलते पानी की वजह से वे बर्तन तक मुश्किल से साफ कर पा रही हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।