बछड़े को बचाने के चक्कर में होमगार्ड ट्रेन की चपेट में आया, मौत
Bijnor News - बुधवार रात, होमगार्ड राजकुमार ने ट्रेन से बछड़े को बचाने का प्रयास किया और ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई। परिवार ने पहले पोस्टमार्टम के लिए इनकार किया, लेकिन पुलिस के समझाने पर उन्हें शव का...

बछड़े को ट्रेन की चपेट में आने से बचाने के चक्कर में होमगार्ड की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। बुधवार देर रात हुई घटना से परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने पहले किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार किया, लेकिन पुलिस के समझाने पर गुरुवार सुबह होमगार्ड के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। उधर, हादसे के बाद कोटद्वार पैसेंजर ट्रेन करीब 10 मिनट खड़ी रही, हालांकि इससे अन्य कोई गाड़ी लेट नहीं हुई। नजीबाबाद चीनी मिल के निकट अंबेडकर कॉलोनी निवासी राजकुमार (42 वर्ष) पुत्र बिहारी सिंह फायर ब्रिगेड में होमगार्ड के पद पर तैनात था। बुधवार रात राजकुमार ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहा था। उसने देखा कि गाय का बछड़ा रेलवे ट्रैक पर घूम रहा है, जबकि दूसरी ओर से ट्रेन आ रही है। राजकुमार तुरंत उस बछड़े को बचाने के लिए रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया और ट्रेन की चपेट में आ गया। हादसे के बाद पैसेंजर ट्रेन (गाड़ी संख्या 54390) के लोको पायलट ने स्टेशन मास्टर नजीबाबाद को सूचना दी कि कोई व्यक्ति गाड़ी की चपेट में आ गया है। सूचना पर एसआई वीर सिंह घटना स्थल पर पहुंचे।
परिजनों ने पोस्टमार्टम के लिए इनकार, बाद में माने
दरोगा वीरसिंह ने देखा कि रेलवे लाइन किनारे एक मकान में भीड़ लगी थी। जानकारी हुई कि हादसे के बाद राजकुमार के परिजन शव उठाकर अपने घर ले आए। सिविल पुलिस के दरोगा मोहम्मद कयूम मौके पर पहुंचे। मृतक की तलाशी लेने पर कोई रेलवे पास, टिकट आदि बरामद नहीं हुआ। उन्होंने लोगों से पूछताछ की और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा, लेकिन परिजनों ने साफ इनकार कर दिया। गुरुवार सुबह पुलिस के समझाने पर परिजन शव के पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए।
दस मिनट खड़ी रही ट्रेन
हादसे के बाद पैसेंजर ट्रेन करीब दस मिनट मौके पर रुकी रही, बाद में पुलिस ने ट्रेन रवाना कराई। हालांकि इससे अन्य कोई गाड़ी प्रभावित नहीं हुई।
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