जाम की चेतावनी के बाद पुलिस ने दर्ज किया गैंगरेप का मुकदमा
Bulandsehar News - एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को कोतवाली पुलिस ने छह दिन तक छुपाए रखा। पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाया गया। ग्रामीणों के विरोध के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और आरोपियों को गिरफ्तार...

छात्रा को अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले को कोतवाली पुलिस छह दिन से छिपाती रही। आरोप है कि पुलिस पीड़ित पक्ष पर छह दिन से समझौते का दबाव बना रही थी। ग्रामीणों के हाईवे पर जाम लगाने की चेतावनी के बाद पुलिस ने तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज कर पीड़िता को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा था। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने बताया कि उसकी 15 वर्षीय पुत्री शिकारपुर स्थित एक इण्टर कॉलेज में कक्षा 12 की छात्रा है। विगत 16 मई की रात पढ़ाई नहीं करने पर उसकी पत्नी ने किशोरी को धमका दिया था।
इससे गुस्सा होकर छात्रा देर रात घर से बाहर सड़क पर चली गई। आरोप है कि इसी बीच गांव निवासी दो युवक छात्रा को अगवा कर पड़ोस के खेत में ले गए और सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। 17 मई को छात्रा के परिजन ने मामले का शिकायती पत्र कोतवाली में देकर कार्रवाई की मांग की। लेकिन कोतवाली पुलिस पिछले छह दिन से घटना को छिपाती रही और परिवार को समाज में बदनामी होने का हवाला देकर आरोपितों से समझौते करने का दबाव बनाती रही, लेकिन ग्रामीणों द्वारा पुलिस को मेरठ-बदायूं हाईवे को जाम करने की चेतावनी मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज लिया। कोतवाल चंदगीराम यादव ने बताया कि पीड़िता छात्रा के पिता की तहरीर पर उसी के गांव के रहने वाले पंकज और सागर के खिलाफ पोस्को एक्ट और सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस टीम द्वारा दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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