Cleanliness Campaign Launched for Mandakini River in Chitrakoot मंदाकिनी की अविरलता को यूपी-एमपी ने शुरू किया सफाई अभियान, Chitrakoot Hindi News - Hindustan
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मंदाकिनी की अविरलता को यूपी-एमपी ने शुरू किया सफाई अभियान

Chitrakoot News - चित्रकूट में मंदाकिनी नदी को स्वच्छ रखने के लिए दीनदयाल शोध संस्थान की अगुवाई में स्वच्छता अभियान शुरू किया गया है। अभियान में साधू-संतों और समाजसेवियों ने भाग लिया। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह...

Newswrap हिन्दुस्तान, चित्रकूटSun, 25 May 2025 11:36 PM
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मंदाकिनी की अविरलता को यूपी-एमपी ने शुरू किया सफाई अभियान

चित्रकूट, संवाददाता। भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र मंदाकिनी नदी को अविरल और सदानीरा बनाए रखने के लिए दीनदयाल शोध संस्थान की अगुवाई में यूपी-एमपी ने स्वच्छता अभियान शुरु किया है। इस अभियान में धर्मनगरी के साधू-संतों से लेकर विभिन्न संगठनों के साथ ही समाजसेवी शामिल है। एक दिन पहले तीन दिवसीय अभियान को लेकर गोष्ठी आयोजित कर रणनीति बनाई गई थी। अभियान के दूसरे दिन रविवार को मंदाकिनी के रामघाट व राघव प्रयाग घाट में सामूहिक स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसमें यूपी सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्यमंत्री रामकेश निषाद समेत अन्य जनप्रतिनिधियों आदि ने श्रमदान किया।

सभी ने करीब एक घंटे तक मंदाकिनी से कचरे को बाहर निकाला। जलशक्ति मंत्री खुद डलिया में कचरा भरकर ट्राली में डालते रहे। मंदाकिनी को स्वच्छ रखने के लिए पहले पूजा-अर्चना, हवन व अभिषेक के दौरान निकलने वाली सामग्री, फूलमालाओं को उचित सम्मान देने के लिए जगह-जगह विसर्जन कुंड बनाए जाने की भी योजना बनाई गई है। मौजूदा समय पर मंदाकिनी की स्थिति दयनीय हो चुकी है। प्रदूषण और नालों का गंदा पानी पहुंचने से मंदाकिनी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। लगातार मंदाकिनी की जलधारा मंद पड़ रही है। ज्यादातर जलस्रोत बंद होने से मंदाकिनी का जीवन खतरे में है। फिलहाल तीन दिन वृहद अभियान चलाया जाना है। मंदाकिनी में एमपी स्थित उद्गम स्थल से लेकर यूपी के राजापुर तक करीब 40 किमी में नदी की साफ-सफाई होगी। इस दौरान जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि समाज और शासन के प्रयास से मां मंदाकिनी की स्वच्छता के लिए इस तरह का अभियान चलता रहेगा। सरकार के साथ-साथ जन आंदोलन, सामाजिक संगठन भी इसमें शामिल हैं। कहा कि नरेन्द्र मोदी जब देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने वाराणसी के 80 घाटों पर स्वच्छता अभियान शुरू किया। वर्ष 2014 के पहले कोई काशी के घाटों पर आचमन नहीं करता था। लेकिन अब वहां के सभी घाट स्वच्छ कर दिए गए है। अभियान में पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र, पूर्व मंत्री च्द्रिरका प्रसाद उपाध्याय, पद्मश्री जलपुरुष डा उमाशंकर पांडेय, रीवा कमिश्नर बीएस जामोद, आईआईटी रूड़की से प्रो. आशीष पांडेय, पूर्व आईएएस विराग गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, सहकारी बैंक अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, विपिन विराट महाराज, सामाजिक कार्यकर्ता अश्विनी अवस्थी, आलोक पांडेय, प्रवलराव श्रीवास्तव, भाजपा जिलाध्यक्ष महेन्द्र कोटार्य, पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश खरे, दिनेश तिवारी, आनंद प्रताप सिंह पटेल, बुंदेली सेना जिलाध्यक्ष अजीत सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व उमेशचंद्र निगम, एसडीएम कर्वी पूजा साहू, अधिशासी अभियंता सिंचाई एसके प्रसाद, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई प्रमोद मिश्रा, सहायक अभियंता सिंचाई गुरु प्रसाद आदि शामिल रहे। मंदाकिनी के जल ग्रहण क्षेत्र में पौधरोपण की जरुरत अभियान की अगुवाई कर रहे दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में अधिक से अधिक पौधरोपण कर उनकी देखरेख दो-तीन वर्ष तक करने की जरुरत है। सिंगल उपयोग प्लास्टिक का प्रयोग न करें। भंडारा प्रसाद परोसने में प्लास्टिक व थर्मोकोल से बनी सामग्री का उपयोग न किया जाए। मंदाकिनी में साबुन-शैंपू आदि का उपयोग नहीं होना चाहिए। कहा कि लोग घरों में पूजा-अर्चना, हवन व अभिषेक के दौरान निकलने वाली सामग्री, फूलमालाओं को सीधे मंदाकिनी में प्रवाहित करते हैं। जिससे नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है। घाट पर गंदगी भी फैलती है। इसे रोकने के लिए प्रत्येक मठ मंदिरों, प्रमुख स्थानों व घाटों के किनारे बिसर्जन कुंड बनाए जाएंगे। प्रत्येक शनिवार व रविवार को सेवाभावीख् सामाजिक संस्थाओं के लोग श्रम साधना का हिस्सा बने रहे, ऐसी योजना बनाई गई है। एमपी सरकार के मंत्री अभियान में आज होंगे शामिल मंदाकिनी में चलाए जा रहे अभियान में एमपी सरकार के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय व राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी सोमवार को सहभागिता निभाएंगे। वह सुबह छह बजे से नौ बजे तक राघव प्रयाग घाट में मंदाकिनी को स्वच्छ बनाने के लिए श्रमदान करेंगे। दोनो मंत्रियों को रविवार को धर्मनगरी में आगमन हो चुका है। चार धाम की तीर्थ यात्रा में चित्रकूट एक अहम पड़ाव है। धर्मनगरी की यात्रा में कामदगिरि परिक्रमा व मंदाकिनी दोनों का विशेष महत्व है। इन दोनों महत्वपूर्ण स्थानों का स्पर्श न हो तो यहां की यात्रा अधूरी मानी जाती है। मंदाकिनी में नहाते समय पैर फिसलने से राज्यमंत्री गिरे, हाथ टूटा मंदाकिनी नदी में रामघाट व राघव प्रयाग घाट में स्वच्छता अभियान के दौरान श्रमदान करने के बाद जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद आरोग्यधाम के पास पहुंचे। यहां वह मंदाकिनी में स्नान कर रहे थे। अचानक पैर फिसलने से वह गिर पड़े। जिससे जलधारा के भीतर पत्थर से टकराने के कारण उनका दायां हाथ फ्रैक्चर हो गया। उन्होंने यहां से निकलने के बाद चिकित्सक को दिखाया और प्लास्टर बंधवाया।

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