Closure of Unrecognized Schools in Gauribazar Threatens Children s Future बीईओ ने गैर मान्यता वाले तीन स्कूलों को कराया बंद, Deoria Hindi News - Hindustan
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बीईओ ने गैर मान्यता वाले तीन स्कूलों को कराया बंद

Deoria News - गौरीबाजार में आरटीई लागू होने के बावजूद गैर मान्यता वाले स्कूलों का संचालन जारी है, जिससे बच्चों का भविष्य खतरे में है। डीएम के निर्देश पर बीईओ ने तीन गैर मान्यता वाले स्कूलों को बंद कराया। ऐसे...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवरियाThu, 24 April 2025 10:47 AM
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बीईओ ने गैर मान्यता वाले तीन स्कूलों को कराया बंद

गौरीबाजार(देवरिया), हिन्दुस्तान टीम। आरटीई लागू होने के बावजूद गैर मान्यता वाले स्कूलों के चलने से बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ता जा रहा है। उधर, शिक्षा विभाग के तरफ से कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद गैर मान्यता वाले स्कूलों का संचालन जारी है। डीएम के निर्देश पर बीईओ गौरीबाजार ने तीन गैर मान्यता वाले स्कूलों पर पहुंच कर उसे बंद कराया है।

गौरीबाजार के बीईओ विनयशील मिश्र डीएम के आदेश पर बुधवार को क्षेत्र में संचालित हो रहे गैर मान्यता वाले स्कूलों की जांच में निकले थे। बीईओ की जांच में अनमोल पब्लिक स्कूल मठवाल गिरी, चंदेल पब्लिक स्कूल मठवाल गिरी बिना मान्यता के संचालित मिला। जबकि महाराणा प्रताप स्कूल उभांव में कक्षा 8 तक मान्यता है, स्कूल 10 तक संचालित मिला। महाराणा प्रताप में हाईस्कूल की कक्षा बिना मान्यता के संचालित मिली। बीईओ इन गैर मान्यता वाले स्कूलों को बंद कराया। पूर्व में कई बार नोटिस दिए के बावजूद संचालित हो रहे थे। शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने उनके खिलाफ कार्रवाई किया है। बीईओ विनयशील मिश्र ने बताया कि निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 18 (1) में बिना मान्यता प्रमाण-पत्र अभिप्राप्त स्कूल संचालित नही हो सकते हैं। इस नियम की अनदेखी कर स्कूल चलाने पर एक लाख रुपए तक का जुर्माना है। बंद नही करने की दशा में प्रत्येक दिन 10 हजार रुपए जुर्माने की वसूली की जाएगी।

गैर मान्यता स्कूलों में एडमिशन से बच्चों के भविष्य पर पड़ेगा असर

सरकार व मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्रों के लिए पेन नंबर व अपार आईडी जारी जा रहा है। यह पेन नंबर या अपार आईडी प्रत्येक छात्रों की विशेष पहचान होगी। अन्यत्र एडमिशन के लिए इस नंबर की जरूरत होगी। ऐसे में गैर मान्यता वाले स्कूल अभिभावकों को झांसे में लेकर एडमिशन तो ले लेगें, लेकिन पेन नंबर नही मिलने से उनका भविष्य खराब हो जाएगा। इस तरह के स्कूल बच्चों को टीसी भी जारी नही कर सकते हैं। जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई में बाधा पहुंचेगी।

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