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रामपुर चंद्रभान के डॉक्टर संतोष कुमार ने बनाया मानव-अनुसरण रोबोट

Deoria News - रामपुर कारखाना, सैयद अतहर हुसैन। आप हाथ से एक इशारा करते हैं और आपका

Newswrap हिन्दुस्तान, देवरियाThu, 17 April 2025 06:00 AM
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रामपुर चंद्रभान के डॉक्टर संतोष कुमार ने बनाया मानव-अनुसरण रोबोट

रामपुर कारखाना, सैयद अतहर हुसैन। आप हाथ से एक इशारा करते हैं और आपका सामान अपने आप आपके पीछे-पीछे चल पड़ता है। यह किसी साइंस फिक्शन फिल्म का दृश्य नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र के इंजीनियरों की नई खोज है। डॉक्टर संतोष कुमार के मार्गदर्शन में छात्रों ने मानव अनुसरण रोबोट बनाया है। यह एक इशारे पर सामान ढो सकता है। डॉ संतोष कुमार रामपुर कारखाना विकासखंड के रामपुर चंद्रभान उर्फ अमतही गांव निवासी हैं।

देवरिया के लाल ने हरियाणा में कमाल किया है। जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूरी स्थित रामपुर कारखाना विकासखंड के रामपुर चंद्रभान गांव निवासी डॉक्टर संतोष कुमार ने हाई स्कूल की पढ़ाई अशोक इंटरमीडिएट कॉलेज डुमरी, इंटरमीडिएट महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज देवरिया से किया। कुरुक्षेत्र के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग में पीएचडी करने के बाद पढ़ाई कराने लगे। उनके दिशा निर्देशन में कंप्यूटर इंजीनियर विभाग के छात्र अजय ठकरान, अक्षय अग्रवाल और पुलकित महाजन ने मानव अनुसरण रोबोट का निर्माण किया है। उनकी इस सफलता पर अशोक इंटर कॉलेज डुमरी प्रधानाचार्य देवेंद्र नाथ तिवारी, प्रवक्ता कुंवर शैलेंद्र प्रताप सिंह, शाहिद अहमद आदि शिक्षकों ने डॉक्टर संतोष कुमार को बधाई दी है।

कम लागत और गजब की दक्षता वाला है मानव अनुसरण रोबोट

डॉ संतोष कुमार ने ‘हिन्दुस्तान को बताया कि यह रोबोट कम लागत और गजब की दक्षता का शानदार मेल है। इसमें इंटेलिजेंट ट्रैकिंग सिस्टम की ताकत है, जो मानव गतिविधियों को पढ़कर उनके पीछे चलता है और सामान को सटीकता से पहुंचाता है। गोदाम में भारी भरकम सामान शिफ्ट करना हो, अस्पताल में दवाएं और उपकरण ले जाना हो या मॉल में शॉपिंग का बोझ हल्का करना हो, यह रोबोट समय और मेहनत बचाने में सक्षम है। इस रोबोट का डिजाइन हल्का और टिकाऊ है।

कोरोना महामारी से रोबोट बनाने की मिली प्रेरणा

डॉ संतोष कुमार बताते हैं कि यह रोबोट खासकर कोविड जैसे महामारी के समय अस्पताल और कंटेंटमेंट जोन में सहायक हो सकता है। उन्हें कोविड की महामारी के दौरान ऐसा रोबोट बनाने की प्रेरणा मिली थी। उसमें लगा कैमरा मानव की छवि को पहचानता है और एक बॉक्स के माध्यम से उसे मार्क करता है। इसमें लगा अल्ट्रासोनिक सेंसर यह सुनिश्चित करता है कि इसके और इंसान के बीच एक सुरक्षित दूरी बनी रहे।

रोबोट के प्रोजेक्ट को मिला पेटेंट

डॉ संतोष कुमार के मार्गदर्शन में बनाए गए मानव अनुसरण रोबोट को पेटेंट मिला है। एनआईटी कुरुक्षेत्र के निदेशक प्रोफेसर बीवी रमन्ना रेड्डी का कहना है कि संस्थान के शिक्षक और विद्यार्थी शोध के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। किसी भी प्रोजेक्ट पर पेटेंट मिलना संस्थान के लिए गौरवशाली होता है। उन्होंने डॉक्टर संतोष कुमार को शुभकामनाएं दी हैं।

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