बच्चे को सिगरेट पीना सिखाने वाला डॉक्टर डेढ़ महीने बाद सस्पेंड, ब्रजेश पाठक ने दो दिन में मांगी थी रिपोर्ट
यूपी के जालौन में बच्चे को सिगरेट पिलाना सीखाने वाला डॉक्टर घटना के डेढ़ महीने बाद सस्पेंड किया गया है। जबकि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सीएमओ से दो दिन में ही रिपोर्ट मांगी थी।

यूपी के जालौन में पांच वर्ष के बच्चे को सिगरेट पीना सिखाने वाले सरकारी अस्पताल के डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। मामला सात अप्रैल को सामने आया था। इसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने डॉक्टर को वहां से हटाते हुए सीएमओ को एफआईआर कराने और दो दिन में जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही थी। दो दिन में मांगी जांच रिपोर्ट अब ब्रजेश पाठक को मिली और डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा तबादले के बाद ड्यूटी ज्वाइन न करने पर एक रेडियोलॉजिस्ट को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि जनपद जालौन की पीएचसी कुठौंद्र में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेश चंद्र द्वारा पांच वर्षीय बच्चे को सिगरेट पीना, अपशब्द बोलना एवं अभद्रता सिखाने संबंधित वीडियो इस वर्ष सात अप्रैल को वायरल हुआ था। सीएमओ की जांच में उक्त चिकित्सक दोषी पाए गए हैं। उक्त चिकित्सक को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही मंडलीय अपर निदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, झांसी मंडल से सम्बद्ध करते हुए आरोप पत्र देकर उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी प्रमुख सचिव को दिए गए हैं।
डॉक्टर का बच्चे को सिगरेट पिलाने का वीडियो सामने आने के तत्काल बाद ब्रजेश पाठक ने एक्स पर पोस्ट किया था कि जनपद जालौन के सीएचसी कुठौन्द में तैनात चिकित्सक द्वारा 04 वर्षीय बच्चे को सिगरेट पिलाने संबंधी वायरल वीडियो के प्रकरण में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जालौन द्वारा उक्त चिकित्सक को सीएचसी कुठौन्द से हटा दिया गया है। प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत मेरे द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जालौन को उक्त चिकित्सक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिये गए हैं। इसके साथ ही पूरे प्रकरण की रिपोर्ट 02 दिन के अंदर मांगी गयी है। तत्पश्चात आरोपित चिकित्सक के विरुद्ध शासन स्तर पर भी कठोर कार्रवाई की जायेगी। विभाग व सरकार की छवि धूमिल करने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को बख्शा नहीं जायेगा।
तबादले पर न जाने वाला रेडियोलॉजिस्ट निलंबित
वहीं, उप मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि उच्च न्यायालय के आदेशानुसार लखनऊ स्थित राम सागर मिश्र 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय (साढ़ामऊ, बख्शी का तालाब) में तैनात रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विजय कुमार वर्मा का पिछले वर्ष 14 दिसंबर को सोनभद्र तबादला किया गया था। डॉ. वर्मा ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया और अनुपस्थित हो गए। उच्चादेशों की अव्हेलना करने एवं अनुशासनहीनता कर पर डॉ. वर्मा को तत्काल निलंबित कर मंडलीय अपर निदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मिर्जापुर मंडल से संबद्ध कर दिया गया है।
वहीं, लखनऊ स्थित वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय में कतिपय अव्यवस्थाओं एवं प्राइवेट एम्बुलेंसेज के साथ अस्पताल प्रशासन की सांठगंठ की लगातार मिल रहीं शिकायतों के बाद मंडलीय अपर निदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को आकस्मिक निरीक्षण कर एक सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि समाचार पत्र में प्रकाशित जिला अस्पताल (स्वशासी मेडिकल कॉलेज) फतेहपुर में बाहरी व्यक्तियों का दखल, मरीजों का आर्थिक शोषण विषयक समाचार का संज्ञान लेते हुए समस्त बिंदुओं की जांच करा कर प्रधानाचार्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक तथा अन्य संलिप्त कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के निर्देश प्रमुख सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को दिए गए हैं।