तीन साल बाद महिला को याद आया घर का पता, पति लेने आया तो खुला दूसरी शादी का राज
यूपी के बरेली में मानसिक रोग चिकित्सालय की दो महिलाओं की स्थिति में सुधार होने पर उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। तीन साल तक एक मानसिक मंदित महिला के दूसरे पति की तलाश होती रही।

यूपी के बरेली में मानसिक रोग चिकित्सालय की दो महिलाओं की स्थिति में सुधार होने पर उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। तीन साल तक एक मानसिक मंदित महिला के दूसरे पति की तलाश होती रही। लंबे समय से महिला के परिवार को खोजने की कोशिश होती रही लेकिन महिला अपने परिवार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे पा रही थी। मानसिक रोग चिकित्सालय में भर्ती महिला के बताए पते पर परिवार की खोजबीन हुई लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ। अब तीन साल बाद एक बार फिर महिला ने एक पता बताया। तीन साल बाद महिला की मानसिक दशा सुधरी तो उसने कर्नाटक के बेल्लारी का पता बताया है।
सामाजिक संस्था के सहयोग से महिला के बताए पते पर उसके पति को खोजा गया। बीते सोमवार को पति महिला को लेने आया तो पता चला कि महिला की दूसरी शादी हुई ही नहीं थी। महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी जिसके चलते वो ये मान बैठी थी की उसकी दूसरी शादी हुई है और अपने दूसरे पति को ही खोजने के लिए वो कहती रही। अब दशा सुधरने के बाद सारा राज खुला।
मानसिक रोग चिकित्सालय की निदेशक डॉ. पुष्पा पंत ने बताया कि सामाजिक संस्था मनोसमर्पण के शैलेष शर्मा की मदद से दो महिलाओं को उनके घरवालों से मिलाया गया। दो साल पहले भर्ती हुई मंदित महिला की हालत में सुधार हुआ तो उसने अपने घरवालों के बारे में बताया। बीते सोमवार को आए पति को देखते ही पहचान लिया। दोनों का सत्यापन कराने के बाद महिला को पति और घरवालों को सुपुर्द कर दिया गया। घरवालों को महिला की देखभाल और इलाज से जुड़े जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।