आंधी बारिश और ओलावृष्टि से भारी नुकसान, उखड़े पेड़
Farrukhabad-kannauj News - ली आंधी फोटो 22 परिचय - टिकुरियन नगला में कटी पड़ी गेहूं फसल के खेत में भरा पानी। फोटो 23 परिचय - सरैया गांव में खेत में भरे बारिश के पानी से गेहूं के

फर्रुखाबाद, संवाददाता। तेज आंधी और बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से हर कोई कांप गया। आंधी और बारिश से गेहूं, मक्का आदि फसलों को भरी नुकसान हुआ है। आंधी और बारिश से पकी खड़ी गेहूं की फसल और तैयार हो रही मक्का की फसलें गिर गई और आम के पेड़ और बौर गिर गई। जिले में शुक्रवार देर रात में पहले सौ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चली। खेतों में कटी पड़े गेहूं के बोझ उड़कर दूर-दूर जा गिरे। आंधी के चपेट में आए सैकड़ों पेड़ उखड़ और टूट गए। आंधी के बाद शुरू हुई तेज बारिश से खेतों में खड़ी मक्का और गेहूं की फसलें गिर गई। खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल भीग गई इससे गेहूं की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। इस समय तैयार गेहूं की फसल की कटाई हो रही है तो वहीं कट चुकी गेहूं की फसल की खदाई की जा रही है। लेकिन अचानक बिगड़े मौसम के बीच आंधी और बारिश ने जहां गेहूं की कटाई और खदाई पर रोक लग गई है तो वही गेहूं के साथ अन्य फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है। सुबह तक खेतों में बारिश का पानी भरा था। खेतों में पड़ी बारिश के पानी से किसान गेहूं के बोझ निकालने में लगे रहे। जिन किसानों की गेहूं की फसल अभी कटी नहीं थी वह खेत में गिर गई। किसान सुबह जब खेतों की पहुंचे और गिरी पड़ी गेहूं की फसल को देख माथा पकड़कर बैठ गए। किसान रामदास वर्मा, अकील खा, रामवीर, जयपाल ने बताया कि गेहूं की फसल सबसे अधिक प्रभावित हुई है।
गेहूं के काले पड़ने की आशंका
फर्रुखाबाद। जिस तरह से चार दिन में दो बार तेज आंधी और बारिश हुई है उससे अब जो खेतों में कटा या खड़ा गेहूं है उसके काले पड़ने की संभावना हो है। इसको लेकर किसान चिंतित है। किसान बताते है कि पांच दो हो गए है गेहूं सूख नहीं पाया है। इससे अब लग रहा है कि गेहूं काला पड़ जाएगा। अगर की चमक चली जाती है और गेहूं काला हो जाता है तो इसकी बिक्री नहीं हो पाएगी। इससे किसानों को बड़ा नुकसान होगा।
खीरा और खरबूजा फसल को भी नुकसान
फर्रुखाबाद। इस समय खीरा तैयार है और खेतों से खीरा मंडियों में पहुंचने लगा है। इसके अलावा कई इलाकों में खरबूजा भी तैयार हो रहा है। बताया जाता है कि खीरा और खरबूजा की फसल के लिए बारिश का पानी किसी काल से कम नहीं होता है। खीरा और खरबूजा के पत्तों पर बारिश का पानी गिरते ही पत्तों में परपरा रोग सा लग जाता है और फसल के पत्ते जल से जाते है।
भूसा भी गया भीग होने लगा खराब
फर्रुखाबाद। आंधी और बारिश से खेतों में लगे भूसे को बड़ा नुकसान हुआ है। जहां आंधी में भूसा बड़ी मात्रा में उड़ गया तो वही बारिश होने से भूसा भीग गया। भूसा भीगने से खराब हो रहा है इससे किसान परेशान है। किसान बताते है कि भूसे से वह पशुओं का पालन करते है अगर सभी भूसा खराब हो जाता है तो आगे दिक्कतें होंगी।
पंचायत घर की दीवार गिरी
फर्रुखाबाद। ग्राम सभा सरैया के पंचायतघर को और बड़ा बनाया जाना था इसके लिए पूर्व में कार्य शुरू हुआ था। लेकिन अब निर्माण कार्य बंद था। तेज आंधी में पंचायत घर की तीन ओर से बनाई गई दीवार का हिस्सा गिर गया। दीवार गिरने से खाद वाले गड्ढों पर पड़ी टीन शेड भी टूट गया हैं।
खतवापुर में दीवार गिरी वृद्धा घायल
फर्रुखाबाद। खतवापुर में दीवार से सटकर एक वृद्धा बैठी थी। इस बीच तेज आंधी आई और बारिश हुई। इससे कच्ची दीवार भरभरा कर गिर गई। गिरी दीवार की दीवार की चपेट में वृद्धा आ गई जिससे वह चोटिल हो गई। दीवारें में दबने से वृद्धा को गंभीर व्हाइट आई है।
आंधी का कहर, पौन घंटा थमी रहीं सांसे
फर्रुखाबाद, संवाददाता। तूफानी आंधी और बारिश के साथ ओलावृष्टि से लोगों की सांसे लगभग पौन घंटे तक रुकी रही। सीओ सिटी कार्यालय परिसर में खड़ा नीम का भारी पेड़ कार्यालय की छत से टकरा जाने से लेंटर और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई। यहां आफिस में कार्य कर रहे दीवान केपी कौशिक और लव कनौजिया पेड़ गिरने की आवाज से सहम गए। कादरीगेट मुख्य सड़क किनारे एक कार में लोग बैठकर आंधी रुकने का इंतजार कर रहे थे तभी यहां भरी पेड़ कर पर गिर गया इससे कार में बैठे तीन लोग बाल बाल बच गए। कारसवारों के नौ शीशे तोड़कर निकाला गया। एसपी आवास की बाउंड्री का हिस्सा भी गिर गया। चुनाव कार्यालय की दीवार पर पेड़ टूटकर गिरने से दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। कादरीगेट मुख्य सड़क पर पालिका का गेट बना हुआ था तेज आंधी से गेट ध्वस्त हो गया इससे सड़क पर आवागमन एक घंटे तक बाधित रहा। रात में ही पालिका ने बुलडोजर से गेट के मलवे को हटवाया। कई अन्य स्थानों पर सड़क पर पेड़ उखड़कर गिर गए इससे आवागमन रुक गया गिरे पेड़ को हटाया गया।
गेहूं और मक्का की फसल तबाह
नवाबगंज संवाददाता। शुक्रवार रात मौसम के बिगड़े मिजाज से गेहूं और मक्का की फसल तबाह हो गई। तेज आंधी और वारिश ने किसानों की चिंता को काफी हद तक बड़ा दिया है। थाना नवाबगंज क्षेत्र के गांव उखरा में खड़ी गेहूं की फसल व खेतों में काटकर छोड़े गए गेहूं आंधी, वारिश व ओलावृद्धि के कारण खराब हो गए। यही हाल मक्का का भी है। गांव उखरा व आसपास के गांवों में बारिश-आंधी और ओले गिरने से गेहूं की फसल खेतों में विस्तार की तरह बिछ गई। कई क्षेत्रों में खेतों में पानी भर गया है। इस बेमौसम बारिश से किसानों की मेहनत और लागत दोनों का नुकसान हो गया है। उखरा के किसान नरवीर सिंह की पांच एकड़ा खेत में गेहूं की फसल थी जो अब आंधी बारिश से सारी फसल बिछ गई है। जितेंद्र दीक्षित ने बताया कि खेत में गेहूं की फसल थी जिसमें करीब चार बीघा गेहूं का नुकसान हुआ है। जिन किसानों ने फसल के बोझ बांध लिए थे, उन्हें कम नुकसान हुआ है। लेकिन खेत में कटी फसल पानी में डूब गई है। गेहूं की कटाई और मड़ाई पूरी तरह रुक गई है। इस संकट से उबरने में किसानों को लगभग 10 दिन का समय लग सकता है।
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