रामलीला भूमि निर्माण मामले में कमेटी से इस्तीफे की मांग
Kannauj News - तालग्राम में रामलीला भूमि पर अवैध निर्माण के मामले में लोगों ने कमेटी के इस्तीफे की मांग की। बैठक में कमेटी के सदस्यों और नगरवासियों के बीच तीखी बहस हुई। कमेटी ने माना कि कुछ पदाधिकारियों ने गलत तरीके...

तालग्राम, संवाददाता। रामलीला भूमि पर अवैध निर्माण मामले में अनियमिता मिलने पर लोगों ने कमेटी से इस्तीफे की मांग कर दी। इस बात को लेकर मंगलवार रात बैठक में कमेटी और नगर के लोगों में तीखी बहस हुई। वही कमेटी ने स्वीकार किया कि कुछ पदाधिकारियों ने रामलीला भूमि पर दुकान निर्माण की अनुमति दी। बैठक में कमेटी के लोगों का मामला उजागर होने पर लोगों ने दुकान निर्माण का विरोध के साथ कमेटी भंग करने की मांग उठने लगी। दरअसल नगर के चौखटा चौराहे पर रामलीला को दान की गई 23 डिसिमल जमीन खाली पड़ी है। रामलीला की 23 डिसिमिल भूमि तालग्राम इंदरगढ़ मार्ग पर होने की वजह से बेशकीमती है। इस भूमि को हथियाने के लिए भूमाफिया हर हथकंड़े अपनाने में लगे है। दो दिन पहले रातोंरात रामलीला भूमि पर अवैध निर्माण पर नगर के लोगों में विरोध करना शुरू कर दिया। हालांकि शिकायत मिलने के बाद एसडीएम के निर्देश राजस्व कर्मियों ने निर्माण कार्य रुकवा दिया। वहीं अतुल गुप्ता, राजा चौरसिया, भोला गुप्ता, चुनमुन गुप्ता, अवनीश शर्मा, टिल्लू दीक्षित, हरिनरायण प्रजापति, कुनाल कश्यप, सौरभ गुप्ता, विकास दुबे, कल्लू प्रजापति, प्रधान तोताराम शर्मा, सर्वेश कुमार आदि लोगों को कहना कि रामलीला भूमि पर कमेटी को दुकानों के आवंटन सार्वजनिक रूप से करना चाहिए था। कमेटी ने गुप्त रूप किसी को निर्माण की सहमति दी जोकि गलत है। इस संबंध में कमेटी के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह यादव ने स्वीकार किया कि मुख्य पदाधिकारियों ने रामलीला भूमि पर दुकान निर्माण की सहमति दी।
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