Kushinagar Schools Compete with Convent Schools Amid Teacher Shortages चार स्कूल शिक्षक विहीन, अटैच शिक्षक के भरोसे नामांकन बढाने की कवायद, Kushinagar Hindi News - Hindustan
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चार स्कूल शिक्षक विहीन, अटैच शिक्षक के भरोसे नामांकन बढाने की कवायद

Kushinagar News - कुशीनगर के कुछ परिषदीय विद्यालय कांवेंट स्कूलों की टक्कर दे रहे हैं, लेकिन पडरौना ब्लॉक में चार स्कूल शिक्षक विहीन हैं। यहां के बच्चों की संख्या गिर रही है और नामांकन की प्रक्रिया कागजों में सिमट गई...

Newswrap हिन्दुस्तान, कुशीनगरThu, 10 April 2025 10:12 AM
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चार स्कूल शिक्षक विहीन, अटैच शिक्षक के भरोसे नामांकन बढाने की कवायद

कुशीनगर। जनपद के कुछ परिषदीय विद्यालय कांवेंट स्कूलों की टक्कर दे रहे हैं। उनमें नामांकन कराने की बच्चों व अभिभावकों की होड़ लगी है। इन विद्यालयों के बदौलत बेसिक शिक्षा विभाग अपनी उपलब्धियों का पीठ थपथपाता है। इसके विपरीत अन्य परिषदीय विद्यालयों का बुरा हाल है। जनपद के फारवर्ड ब्लॉक पडरौना पर नजर डाले तो चार परिषदीय स्कूल ऐसे हैं, जो कागज में बंद चल रहे हैं। उनमें मनमानी तरीके से शिक्षकों को अटैच कर स्कूल का ताला खोलने से लगायत शिक्षण कार्य कराया जाता है। नये सत्र में जिले में संचालित स्कूल चलो अभियान की जागरूकता रैली पडरौना में दम तोड़ रही है। इन स्कूलों में नामांकन बढाने की कवायद सिर्फ कागजों में सिमट कर रहा गया है।

बेसिक शिक्षा परिषद से जिले में 2464 विद्यालय संचालित होते हैं। इनमें ढाई लाख बच्चों का नामांकन है। जनपद 14 ब्लॉक में बंटा है। इनमें से पडरौना फारवर्ड ब्लॉक के रूप में जाना जाता है। पडरौना में 181 प्राथमिक विद्यालय, 37 उच्च प्राथमिक विद्यालय व 51 कंपोजिट विद्यालय को मिलाकर कुल 269 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में 25 हजार से अधिक बच्चों का नामांकन है। बेसिक शिक्षा विभाग विभिन्न योजनाओं के माध्यम से परिषदीय स्कूलों को बेहतर बनाकर कांवेंट स्कूलों से टक्कर देने में जुटा है। विभाग द्वारा डीबीटी, ऑपरेशन कायाकल्प, निपुण भारत मिशन के अलावा राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा, नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा, निपुण असिस्मेंट टेस्ट, विद्याज्ञान परीक्षा समेत विभिन्न प्रतियोगी व खेलकूद में बच्चे बाजी मार रहे हैं। इनके बदौलत विभाग अपना पीठ थपथपाता है। इसके विपरित पडरौना ब्लॉक के तीन उच्च प्राथमिक विद्यालय व एक प्राथमिक विद्यालय शिक्षक विहीन है। एक विद्यालय का अस्तित्व की समाप्त हो गया है। स्कूलों में शिक्षकों को नियम विरुद्ध अटैच कर स्कूलों को खोलने के साथ पढाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो पूर्णतया अवैधानिक है। इन स्कूलों में शिक्षकों के न होने के कारण बच्चों की संख्या में लगातार गिरावट हो रही है तथा बच्चों की संख्या 50 के नीचे पहुंच गई है। ऐसे में पडरौना ब्लॉक में उधार के शिक्षकों के बदौलत स्कूल चलो अभियान में नामांकन में शतप्रतिशत बच्चों को जोड़ने की कवायद सिर्फ कागजी बन कर रह गया है।

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चार स्कूल शिक्षक विहीन व आठ विद्यालय एकल

पडरौना ब्लॉक का उच्च प्राथमिक विद्यालय नोनिया टोली साखोपार का अस्तित्व की समाप्त हो गया है, क्यों कि बच्चों का नामांकन समेत बिल्डिंग वर्षों से आधी अधूरी है। इसके अलावा चार विद्यालयों में उच्च प्राथमिक विद्यालय सोहरौना सेमरहा, कठकुइया, पकड़ी खुर्द व प्राथमिक विद्यालय नौतन खास शामिल हैं। नौतन खास में भंगड़वा पिपरासी के चंद्रेश कुमार को अटैच किया गया है। स्कूल में 35 बच्चों का नामांकन है, जबकि पिछले 48 रही। उच्च प्राथमिक विद्यालय सौहरौना सेमरहा में सिकटा के शिक्षक विनोद सिंह अटैच है। स्कूल में 16 बच्चों को नामांकन है। पिछले बच्चों की संख्या 30 रही। पकड़ी खुर्द में उमाशंकर अटैच है।

इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय चौरा खास, बढई टोला, उमर खान टोला, सुगही तिवारी टोला, नौका टोला डुम्मरभार, बढवलिया खुर्द, वांसदेवपुर व सिहुलही बरवांकला आदि विद्यालय सिर्फ एक शिक्षक के बदौलत संचालित हो रहे हैं।

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पडरौना के चार स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं तथा आठ विद्यालय एकल संचालित होते हैं। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। इन स्कूलों में आसपास के शिक्षकों को भेज कर शिक्षण कार्य कराया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बनाये रखने का हर संभव प्रयास किया जाता है। नई नियुक्ति या समायोजन प्रक्रिया होने पर इन स्कूलों में शिक्षकों को तैनात किया जायेगा। तब तक किसी तरह काम चलाया जा रहा है।

सुरेंद्र बहादुर सिंह, बीईओ पडरौना

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