थायराइड संबंधी परेशानी का इलाज कराएं
Lucknow News - लखनऊ में केजीएमयू की डॉ. चंचल राणा ने बताया कि थायरायड ग्रंथि हार्मोन दिल की गति, शरीर के तापमान और पाचन को नियंत्रित करते हैं। भारत थायराइड कैंसर में चौथे स्थान पर है, जिसके उपचार में सावधानीपूर्वक...

लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाता गर्दन के आधार पर थायरायड ग्रंथि हार्मोन का उत्पादन करती है। जो दिल की गति, शरीर के तापमान और पाचन को नियंत्रित करती है। ये हार्मोन दिमाग व मांसपेशियों की गतिविधि और समग्र ऊर्जा को संतुलन के लिए आवश्यक हैं। यह जानकारी केजीएमयू पैथोलॉजी विभाग की डॉ. चंचल राणा ने दी। डॉ. राणा ने भारतीय मरीजों में पुनर्वर्गीकरण के प्रभाव का अध्ययन किया है। उन्हें शोध पत्र के लिए इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलॉजिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने डॉ. वीआर खानोलकर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। डॉ. चंचल राणा ने बताया कि थायराइड संबंधी समस्या की वजह से मरीज को थकान, वजन में बदलाव, मूड स्विंग्स, दिल और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं को जन्म दे सकता है। भारत थायरायड कैंसर की घटनाओं में दुनिया में चौथे स्थान पर है। मृत्यु दर के मामले में दूसरे स्थान पर है। थायराइड कैंसर के ऑपरेशन में टोटल थायरॉयडेक्टॉमी करनी पड़ती है। इससे हाइपोथायरायडिज्म जैसी जटिलताएं हो सकती हैं। इन जोखिमों को कम करने के लिए सावधानीपूर्वक सर्जरी और निगरानी की जरूरत होती है। थायराइड कैंसर के ऑपरेशन, रेडियोथेरेपी, आयोडीन थेरेपी और ट्यूमर के लिए आजीवन हार्मोन प्रतिस्थापन सहित अधिक आक्रामक इलाज किया जाता है।
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