बाल रोग की ओपीडी में 70 फीसदी बच्चे डायरिया पीड़ित
Pratapgarh-kunda News - मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग की ओपीडी में डायरिया से पीड़ित बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गर्मी में डायरिया का संक्रमण गंभीर हो रहा है, जिसमें 10 में से 7 बच्चे प्रभावित हैं। डॉक्टरों का कहना...
मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग की ओपीडी में डायरिया से पीड़ित बच्चों की संख्या इस कदर बढ़ गई है कि 10 बच्चों में सात डायरिया से पीड़ित हैं। भीषण गर्मी के दौरान डायरिया का संक्रमण बच्चों की सेहत के लिए घातक हो रहा है। डॉक्टर जांच और दवाओं से इलाज के साथ बच्चों को वायरस, बैक्टीरिया, धूप और डिहाइड्रेशन से बचाने की एहतियात बरतना भी जरूरी बता रहे हैं। महिला अस्पताल परिसर स्थित बाल रोग की ओपीडी में आने वाले बीमार बच्चों की संख्या बढ़कर 200 से अधिक हो गई है। डॉ. निखिल सिंह के मुताबिक, करीब 150 मरीज सिर्फ डायरिया से पीड़ित होकर आ रहे हैं।
डॉ. अतुल पाल का कहना है कि अधिकांश मरीजों के परिजन डायरिया को सिर्फ गर्मी और शरीर में पानी की कमी से जोड़कर देख रहे हैं, सफाई के प्रति उनमें जागरूकता की कमी है। ऐसे लोगों को समझाया जा रहा है कि डायरिया तब होता है जब इसके लिए जिम्मेदार माने गए रोटा जैसे वायरस व बैक्टीरिया पेट में चले जाएं। खाने-पीने के दौरान सफाई का ख्याल न रखने पर यह वायरस और बैक्टीरिया पेट में पहुंचकर आंत में चिपक जा रहे हैं। इससे आंतें पानी का अवशोषण नहीं कर पा रहीं और पानी शौच के रास्ते दस्त के रूप में या उल्टी के रूप में शरीर के बाहर निकल जा रहा है। शरीर को अपनी जरूरत के लिए पानी नहीं मिल पाने से कई बार बच्चे को अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ जाता है। ओपीडी में आने वाले मरीजों में 70 फीसदी से अधिक मरीज डायरिया के आ रहे हैं। उल्टी दस्त से भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। सभी का इलाज हो रहा है। बच्चों के साथ आ रहे उनके घरवालों को सफाई व बासी खाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। -डॉ. अतुल पाल, बाल रोग विभाग, मेडिकल कॉलेज
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।