महाकुम्भ के बाद रोपवे निर्माण के लिए रियायती समझौते पर हस्ताक्षर
Prayagraj News - केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाकुम्भ समाप्त होने के बाद संगम पर रोपवे निर्माण के लिए रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस परियोजना पर 230 करोड़ रुपये खर्च होंगे और रोपवे की लंबाई 2.2 किलोमीटर होगी।...

केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक्स पर संगम का वीडियो किया साझा प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता।
महाकुम्भ समाप्त होने के बाद संगम पर रोपवे निर्माण की कवायद शुरू हो गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट रोपवे के निर्माण को लेकर केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किया। समझौते पर हस्ताक्षर के बाद अब संगम क्षेत्र में सेना से जमीन लेने पर बात होगी।
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री ने एक्स पर रियायती समझौते की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर एक मिनट 46 सेकंड का वीडियो भी साझा किया है। विकास भी, विरासत भी थीम पर आधारित वीडियो में महाकुम्भ के बाद रोपवे का निर्माण शुरू होने का जिक्र है। इसमें 144 साल बाद महाकुम्भ के भव्य आयोजन के साथ हर साल त्रिवेणी संगम पर आने वाले करोड़ श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम बनाने की बात कही गई है। वीडियो मे दी गई जानकारी के अनुसार संगम का मनोरम दृष्य प्रदान करने वाले रोपवे के निर्माण पर 230 करोड रुपये खर्च होगा। इसकी लंबाई 2.2 किलोमीटर होगी। रोपवे के जरिए 30 मिनट की यात्रा सात मिनट में तय की जा सकेगी। शंकर विमान मंडपम और त्रिवेणी पुष्प के बीच प्रस्तावित रोपवे तीन टावरों पर खड़ा होगा। इसके दो स्टेशन होंगे। बाइ-केबल जिग बैक तकनीक का उपयोग से बनने वाले रोपवे पर प्रतिदिन आठ हजार लोग आवागमन कर सकेंगे। एकबार में इसमें 50 लोग यात्रा करेंगे।
राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम-पर्वतमाला परियोजना के तहत बनाए जाने वाले रोपवे के दोनों स्टेशनों पर अंतर्राष्ट्रीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। केबिल कार का दरवाजा स्वचालित होगा। दोनों स्टेशनों पर स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन, रेस्तरां, पार्किंग के साथ दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए भी खास सुविधाएं होंगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए त्रिवेणी पुष्प में एक थीम पार्क बनाए जाने की भी बात कही गई है। केंद्रीय मंत्री की ओर से दी गई जानकारी को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी एक्स पर साझा किया है। रोपवे परियोजना से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि महाकुम्भ के मद्देनजर रोपवे का काम रोका गया था। अब रोपवे के लिए संगम क्षेत्र में रक्षा भूमि ट्रांसफर भी आगे वार्ता होगी। रोपवे के निर्माण की जिम्मेदारी नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड को सौंपी गई है। निर्माण करने वाली एजेंसी ने रोपवे का सर्वे पिछले साल ही पूरा कर लिया था।
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