एनसीआर के हर एसी कोच में लगा फायर स्मोक डिटेक्टर
Prayagraj News - उत्तर मध्य रेलवे ने सभी एसी कोचों में आग और धुआं पहचानने वाला सिस्टम स्थापित किया है। जैसे ही धुआं फैलेगा, अलार्म बजेगा और इमरजेंसी ब्रेक लग जाएगी। यह प्रणाली एनसीआर द्वारा 666 ट्रेनों में लागू की गई...

प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। आग जैसी दुर्घटनाओं से यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) ने बड़ी पहल करते हुए सभी एसी कोचों में फायर और स्मोक डिटेक्टर सिस्टम लगा दिया है। जैसे ही कोच में धुआं फैलेगा, सिस्टम का अलार्म बजेगा और ज़रूरत पड़ने पर ट्रेन में स्वत: इमरजेंसी ब्रेक भी लग जाएगी। यात्रियों को कोच से बाहर निकलने के निर्देश भी दिए जाएंगे।
देश के 17 रेलवे जोन में से उत्तर मध्य रेलवे पहला जोन बन गया है जिसने यह कार्य 100 प्रतिशत पूरा किया है। एनसीआर की 666 ट्रेनों के एसी कोचों में यह आधुनिक प्रणाली लगाई जा चुकी है। करीब दो वर्ष पहले रेल मंत्रालय ने प्रमुख ट्रेनों में फायर सेफ्टी सिस्टम लगाना शुरू किया था। प्रयागराज एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस सहित कई प्रमुख ट्रेनों में पहले चरण में ही यह प्रणाली स्थापित कर दी गई थी।
कैसे काम करता है सिस्टम:
स्मोक डिटेक्टर कोच की छत पर लगाया गया है। पूरे कोच में पाइपलाइन बिछाई गई है, जिसमें छोटे-छोटे छिद्र हैं। जैसे ही धुआं इन छिद्रों तक पहुंचेगा, सक्शन मोटर उसे खींच लेगी। इसके बाद कंट्रोल यूनिट में लगी लाइटें जल उठेंगी। अगर स्थिति गंभीर हुई तो अलार्म बजेगा और स्वत: ट्रेन में इमरजेंसी ब्रेक लग जाएगा। वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे ने अपने 666 ट्रेनों के सभी एसी कोचों में यह सिस्टम लगा दिया है, जिसमें एलएचबी कोच, आईसीएफ कोच और पॉवर कारें शामिल हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।