Crying Out for Help The Deteriorating Condition of a Railway Station कांधला रेलवे स्टेशन पर अंग्रेजी शासन काल से समस्याओ का अंबार, Shamli Hindi News - Hindustan
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कांधला रेलवे स्टेशन पर अंग्रेजी शासन काल से समस्याओ का अंबार

Shamli News - नगर का एकमात्र रेलवे स्टेशन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। यात्रियों को स्वच्छ पानी, शौचालय और सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव का सामना करना पड़ रहा है। स्टेशन पर अराजक तत्वों का जमावड़ा और...

Newswrap हिन्दुस्तान, शामलीMon, 14 April 2025 02:16 AM
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कांधला रेलवे स्टेशन पर अंग्रेजी शासन काल से समस्याओ का अंबार

नगर का एकमात्र रेलवे स्टेशन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। रेलवे स्टैंड पर पथ प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छ पानी की आपूर्ति, शौचालय की सुविधा हास्य पर है। प्रतिदिन रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को समस्याओं से जूझना पड़ता है। अरसे से उठाई जा रही मांगों को पूरा नहीं किया जा सका। नगर में स्थित बदहाल रेलवे स्टेशन अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाकर अपने जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा है। एक ओर जहां रेलवे स्टेशन की पुरानी इमारत जर्जर अवस्था में पहुंच गई है , वहीं दूसरी ओर बैठने तक की सुविधा नहीं है। असुविधाओं के कारण यात्रियों को पानी तक के लिए भटकना पड़ता है। स्टेशन का प्रतीक्षालय एवं टीन शेड जर्जर हालत में पहुंच गयी है। प्रतीक्षालय में लगे पंखे खराब पड़े हैं। साफ- सफाई की समुचित व्यवस्था न होने के कारण प्लेटफार्म पर गंदगी फैली रहती है। माल बुकिंग आदि की सुविधा समाप्त कर दिये जाने से स्टेशन पर बना माल गोदाम खंड़हर में तब्दील हो चुका है। रेलवे स्टेशन पर अराजक तत्वों का जमावड़ा आए दिन यात्रियों के लिए परेशानियों का सबब बना रहता है। जेबकतरों के गिरोह प्रतिदिन यात्रियों की जेबें साफ कर उन्हें हजारों का चूना लगाते रहते हैं। स्टेशन पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था के अभाव में यात्रियों में सदैव असुरक्षा की भावना बनी रहती है। यहा जीआरपी की चौकी नही है। स्टेशन के दो प्लेटफ ार्मो पर मात्र एक- एक हैण्डपम्प लगा है। पेयजल के नाम पर बनी टंकी बंद पड़ी हुई है। स्टेशन पर कैन्टीन की व्यवस्था न होने से यात्रियों को खाने- पीने की वस्तुओं के लिए भटकना पड़ता है। इस मार्ग की रेलगाड़ियों की यदि बात करें तो इस ट्रैक पर 3 से 4 ट्रेन का संचालन होता है। क्षेत्रीय जनता का कहना है रेलवे विभाग के द्वारा महानगरों के रेलवे स्टेशनों को हाईटेक करने के लिए अंधाधुंध पैसा बहाया जा रहा है परंतु छोटे नगरों के स्टेशनों पर अपेक्षित सुविधायें भी मुहैया नहीं कराई जा रही हैं । लोगों ने रेलवे प्रशासन से स्टेशन का जीणर्ेाद्धार कराकर यात्रियों को अपेक्षित सुविधायें उपलब्ध कराने तथा उचित सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराये जाने की मांग की है।

इनसेट-

नई ट्रेनों के संचालन की मंाग

कांधला, क्षेत्र के साथ जनपद मुजफ्फरनगर के सीमावर्ती गांव के ग्रामीण रेलवे स्टेशन से दिल्ली सहारनपुर जाते हैं। जिसे लेकर उन्हें बहुत समस्या से जुझना पड़ता है। जनता की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए विभिन्न स्थानों के लिए नई रेलगाड़ियों के संचालन की मंाग लगातार उठती रही है। क्षेत्रवासियों ने रेलवे प्रशासन से इस मार्ग पर दिल्ली, हरिद्वार एवं अन्य स्थान के हेतु एक्सप्रेस ट्रेन चलाये जाने की मंाग की है ।

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इनसेट-

कांधला, अंग्रेजों के जमाने में बनाया गया किला रेलवे स्टेशन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। स्थानीय स्टेशन पर दिन में 3 से 4 ट्रेनें आती थी, जो प्रतिदिन आवागमन के लिए पर्याप्त नहीं है। उद्योग धंधों से जुड़े इस कस्बे में पहले माल गाडि़यों का रेला लगा रहता था। रोज लगभग एक से दो मालगाड़ी आ जाती थी। यहां से भी माल खूब भर के जाते थे, लेकिन अब यहां सुनसान पड़ा रहता है। टीन शेड टूटे पड़े है। ऐसे में अगर कोई माल भी रखा जाए तो खराब होने का डर बना रहता है।

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अंधेरे में स्टेशन

कांधला, स्टेशन पर बिजली की भी व्यवस्था ठीक नहीं है। यहां जनरेटर तो है पर, अधिकतर बल्ब खराब हैं। पंखे के पर टूट चुके हैं। रेलवे स्टेशन से लेकर रेलवे मार्ग तक स्ट्रीट लाइट का अभाव है। रात के समय में स्टेशन से घर आने वाले यात्रियों को अंधेरे के साथ जोखिम का सामना करना पड़ता है।

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पानी की किल्लत

कांधला, स्टेशन पर पानी की किल्लत है। परिसर में एक हैंडपंप तो लगा है, पर वो भी अपनी किस्मत पर आंसू बहा रहा है। स्टेशन के प्लेटफार्म पर लगाए गए पानी की रोटियां टूट चुकी है जिन्हें अरसे से ठीक नहीं किया गया है। भीषण गर्मी के बीच यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रेलवे विभाग का यात्रियों की समस्या को लेकर गंभीर नहीं है।

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शौचालय के लिए महिला को भी भटकना पड़ता है

कांधला, स्टेशन पर शौचालय की व्यवस्था जर्जर हालत में है। अरसे से जर्जर शौचालय की सुध लेने वाला कोई नहीं है। शौचालय के लिए महिलाओं में बच्चों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। जर्जर शौचालय की समय से मरम्मत में सफाई न होने के कारण आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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