Grand Conclusion of 7-Day Kathak Workshop at BSM School सात दिवसीय कत्थक कार्यक्रम के अंतिम दिन छात्राओं ने किया अद्भुत प्रदर्शन, Shamli Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsShamli NewsGrand Conclusion of 7-Day Kathak Workshop at BSM School

सात दिवसीय कत्थक कार्यक्रम के अंतिम दिन छात्राओं ने किया अद्भुत प्रदर्शन

Shamli News - शहर के बीएसएम स्कूल में आयोजित सात दिवसीय कत्थक कार्यशाला का समापन समारोह का भव्य आयोजन किया गया।जिसमें विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुत

Newswrap हिन्दुस्तान, शामलीMon, 26 May 2025 12:15 AM
share Share
Follow Us on
सात दिवसीय कत्थक कार्यक्रम के अंतिम दिन छात्राओं ने किया अद्भुत प्रदर्शन

शहर के बीएसएम स्कूल में आयोजित सात दिवसीय कत्थक कार्यशाला का समापन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया। रविवार को समापन समारोह का शुभारंभ पारंपरिक तिलक और पुष्प भेंट के साथ हुआ। अतिथि रुचि बलूनी और उनकी सहायक वंदिता का गर्म जोशी से स्वागत किया गया। प्रधानाचार्य राहुल चौधरी, मैनेजर छाया सिंह, चेयरमैन सूर्यवीर सिंह और उप प्रधानाचार्या आशु पंडित द्वारा कार्यक्रम की जानकारी दी। इसके उपरांत वरिष्ठ वर्ग के छात्रों द्वारा भगवान गणेश को समर्पित एक पारंपरिक कत्थक नृत्य प्रस्तुत किया गया। यह प्रस्तुति ताल, भाव और लय की त्रिवेणी से परिपूर्ण थी, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

भाव-भंगिमा और पद संचालन में छात्रों की मेहनत और अभ्यास स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई। प्रधानाचार्य राहुल चौधरी ने सभा में स्वागत भाषण देते हुए अपने प्रेरणास्पद शब्दों से सभी का स्वागत किया और विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत को आत्मसात करना आवश्यक है और कत्थक जैसे शास्त्रीय नृत्य रूपों से विद्यार्थियों में अनुशासन, अभिव्यक्ति और आत्मविश्वास का विकास होता है। मैनेजर छाया सिंह और चैयरमेन सूर्यवीर सिंह ने कहा कि विद्यालय का प्रयास हमेशा विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के साथ - साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में प्रवीण बनाना है। इस कार्यशाला ने छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक सुंदर अवसर दिया है। तदुपरांत जूनियर वर्ग के विद्यार्थियों द्वारा एक समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसमें उन्होंने कथा की मूलभूत मुद्राओं और हस्त विन्यास का सुंदर परिचय दिया। उनकी यह प्रस्तुति न केवल रोचक थी बल्कि शास्त्रीय नृत्य की बुनियादी समझ को सरल भाषा में सभासदों तक पहुंचाने का एक सशक्त प्रयास भी था। समारोह के अंत में विशेष अतिथि रुचि बलूनी ने मंच पर आकर अपने भावपूर्ण भाषण में कथक के प्रति अपने प्रेम, अपनी कला यात्रा और अनुभव साझा किया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।