Demand for Rail Line Construction from Renukoot to Ambikapur Submitted to Railway Minister रेनुकूट-अम्बिकापुर रेल लाइन हो स्वीकृत, Sonbhadra Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsSonbhadra NewsDemand for Rail Line Construction from Renukoot to Ambikapur Submitted to Railway Minister

रेनुकूट-अम्बिकापुर रेल लाइन हो स्वीकृत

Sonbhadra News - सांसद चिंतामणि महाराज ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्ण्व को रेनुकूट से अम्बिकापुर तक रेल लाइन निर्माण की मांग का ज्ञापन सौंपा। इस परियोजना से आदिवासी क्षेत्र का विकास होगा, कोयला परिवहन में आसानी होगी और...

Newswrap हिन्दुस्तान, सोनभद्रFri, 21 March 2025 04:45 PM
share Share
Follow Us on
रेनुकूट-अम्बिकापुर रेल लाइन हो स्वीकृत

अनपरा,संवाददाता। रेनुकूट से अम्बिकापुर(छत्तीसगढ) तक रेल लाइन निर्माण को स्वीकृत कराने की मांग गुरुवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्ण्व को ज्ञापन सौंप सांसद सरगुजा चिंतामणि महाराज ने की है। रेल मंत्री को सौंपे ज्ञापन में सांसद ने कहा है कि रेनुकूट-अम्बिकापुर और अम्बिकापुर-बड़वाडीह के मध्य रेल लाइन की दशकों पुरानी मांग को पूरा करने से जहां जनजातीय क्षेत्र के विकास को नये आयाम मिलेंगे।पुरी को प्रयागराज से जोड़ने की उड़ीसा की मांग भी पूरी हो सकेगी और कोयला उत्पादन के लिए विख्यात सरगुजा अंचल और सिंगरौली आपस में जुड़ सकेंगे। इससे पूरे देश को कोयला आपूर्ति में भी बेहद आसानी होगी क्योंकि यह आर्थिक दृष्टि से अत्याधिक लाभप्रद और व्यवहारिक होगा। इसके अतिरिक्त आदिवासी क्षेत्र के सामाजिक,सांस्कृतिक और व्यापारिक हितों को भी लाभ मिलेगा। रेलमंत्री ने सांसद को भरोसा दिया है कि रेल मंत्रालय के समक्ष लम्बित इस मांग का सकारात्मक एवं त्वरित निस्तारण सुनिश्चित होगा।

रेनुकूट-अम्बिकापुर रेल लाइन की मांग को लेकर निकाली गयी सर्वदलीय रैली के प्रवक्ता एवं क्षेत्रीय रेल उपयोग कर्ता परामर्शदात्री समिति उत्तर मध्य रेलवे के सदस्य श्री कृष्ण गौतम का कहना है कि रेनुकूट-अम्बिकापुर रेल लाइन की मांग पूर्व सांसद राज्यसभा रामशकल और पकौड़ी कोल ने भी जोर शोर से उठायी थी क्योंकि इससे आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र और सरगुजा को सीधा लाभ मिलेगा। कोयला हब सिंगरौली और सरगुजा जुड़ने से भारी आर्थिक लाभ रेलवे को भी होगा। इसके सर्वे की रिपोर्ट में भी ईआईआरआर 19.50 प्रतिशत और एफआईआरआर 5.51 प्रतिशत आंका गया था। लगभग 9030 करोड़ रुपये की इस परियोजना को अब अमलीजामा पहनाने का सही वक्त है। इससे क्षेत्रीय विकास,कोयला परिवहन और यात्री सुविधाओं में आमूलचूल परिवर्तन होने की उम्मी है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।