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आगरा हत्याकांड: कमिश्नरेट में दस दिन में छह गोलीकांड, दो हत्याएं, पुलिस की लापरवाही आई सामने

कमिश्नरेट में दहशत का माहौल है। दस दिन में छह गोलीकांड हो चुके हैं। दो लोगों की जान जा चुकी है। एक जिंदगी और मौत से लड़ रहा है। इस बार सिकंदरा क्षेत्र के व्यस्त चौराहे के पास दिनदहाड़े बदमाशों ने लूट के दौरान सराफा व्यापारी को मार डाला।

Srishti Kunj प्रमुख संवाददाता, आगराSat, 3 May 2025 07:30 AM
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आगरा हत्याकांड: कमिश्नरेट में दस दिन में छह गोलीकांड, दो हत्याएं, पुलिस की लापरवाही आई सामने

कमिश्नरेट में दहशत का माहौल है। दस दिन में छह गोलीकांड हो चुके हैं। दो लोगों की जान जा चुकी है। एक जिंदगी और मौत से लड़ रहा है। एक भी वारदात में यह नहीं देखा गया कि आखिर पुलिस से चूक कहां हुई। इस बार सिकंदरा क्षेत्र के व्यस्त चौराहे के पास दिनदहाड़े बदमाशों ने लूट के दौरान सराफा व्यापारी को मार डाला। घटना के बाद से कारोबारियों में आक्रोश है। सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। कारगिल चौराहे के पास छह दिन में दूसरी वारदात हुई है। पुलिस की चेकिंग हवा हवाई साबित हो रही है।

टक्कर लगने पर ऑटो चालक को मारी गोली

23 अप्रैल की दोपहर केंद्रीय हिंदी संस्थान मार्ग पर न्यू आगरा क्षेत्र में कार में टक्कर लगने पर ऑटो चालक विद्या नगर, नगला पदी निवासी जवाहरलाल को गोली मारी गई थी। वारदात को सूर्यलोक कालोनी, मऊ रोड निवासी अजय यादव ने अंजाम दिया था। अजय मूलतः एटा का निवासी है। गैंगस्टर है। हत्या का मुकदमा चल रहा है। दयालबाग चौकी पुलिस इस बात से बेखबर थी कि इलाके में गैर जनपद का बदमाश रह रहा है। पुलिस ने आरोपित को पकड़कर जेल भेज दिया। किसी ने चौकी प्रभारी और बीट सिपाही से यह नहीं पूछा कि उन्हें बदमाश के रहने की जानकारी क्यों नहीं थी।

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नरीपुरा इलाके में दोस्त ने मारी दोस्त को गोली

28 अप्रैल की रात शाहगंज के नरीपुरा इलाके में स्कूटर सवार युवक ने अपने दोस्त को गोली मार दी थी। दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ था। हमलावर गोली मारने के बाद नाले में कूद गया था। घटना में इस्लाम की पीठ में छर्रे लगे थे। असलम ने गोली चलाई थी। घटना से बाजार में दहशत फैल गई थी। दुकानें बंद हो गई थीं।

एत्मादपुर में टक्कर लगने पर चला दी थी गोली

एत्मादपुर क्षेत्र में 30 अप्रैल की रात बाइक और कार में मामूली टक्कर हुई थी। बाइक सवारों ने गोली चला दी थी। टूंडला के गांव गढ़ी भगवंत निवासी नितिन अपने साथियों के साथ शादी समारोह में शामिल होने एत्मादपुर के गांव गारापुर आ रहे थे। आईओसी डिपो के पास कार से बाइक टकरा गई थी। बाइक सवारों ने कार का पीछा करके तहसील चौराहे के पास फायरिंग की थी। मुकदमा लिखा गया, मगर पुलिस अभी तक जांच कर रही है।

हत्या के बाद वायरल किया था वीडियो

शिल्पग्राम के पास ताजनगरी फेस वन में 23 अप्रैल की रात गोली मारकर गुलफाम की हत्या की गई थी। उसके चचरे भाई सैफ अली के भी गोली लगी थी। हत्या को अंजाम देने वालों ने एक वीडियो भी वायरल किया था, जिसमें हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी। पिछले दो दशक में आगरा की यह पहली घटना थी जिसमें हत्या के बाद किसी ने इस अंदाज में जिम्मेदार ली थी। घटना करने वाले सोशल मीडिया पर पहले से सक्रिय थे। भड़काऊ वीडियो पोस्ट करते थे। पुलिस इससे बेखबर थी।

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कारगिल चौराहे के पास युवक को मारी गोली

26 अप्रैल को बिचपुरी निवासी 18 वर्षीय मिलन को कारगिल चौराहे के पास देवी राम फूड सर्किल के सामने बाइक सवारों ने गोली मारी थी। मिलन जिंदगी और मौत से लड़ रहा है। उसे गोली मारने वाले अभी तक नहीं पकड़े गए हैं। जिस चौकी क्षेत्र में मिलन को गोली मारी गई थी, उसी चौकी क्षेत्र में सराफ की लूट के दौरान हत्या हुई है। 31 दिसंबर 2024 की रात कारगिल चौराहे के पास ही एक युवक की गोली मारकर हत्या की गई थी। लगातार तीन वारदातें होने के बावजूद चौकी पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।

पदम प्राइड चौकी बनी वसूली का अड्डा

सिकंदरा थाने की पदम प्राइड चौकी पिछले दो साल से मलाईदार चौकियों में शुमार हो गई है। स्थानीय लोगों की मानें तो चौकी क्षेत्र में 200 से अधिक ठेलें लगती हैं। शाम होते ही सिकंदरा-बोदला और करकुंज मार्ग चौपाटी में तब्दील हो जाता है। इस चौकी क्षेत्र में रात को नशेबाजों का जमघट रहता है। जैसे-जैसे खाने-पीने की दुकानें बढ़ती जा रही है पुलिस की महीनेदारी भी बढ़ रही है। घटना के बाद स्थानीय लोग ही नहीं भाजपा नेता तक यह आरोप लगा रहे थे कि पदम प्राइड चौकी पर सिर्फ वसूली होती है। ठेल वालों से 200 से 300 रुपये प्रतिदिन लिए जाते हैं। ठेलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

चेकिंग तक सीमित हुई पुलिस

सपा नेता विनय अग्रवाल एक प्रतिनिधिमंडल के साथ घटना स्थल पर गए। उन्होंने घटना के लिए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि पुलिस का इकबाल मजबूत होता तो यह वारदात नहीं होती। अब पुलिस की चेकिंग लोगों के उत्पीड़न तक सीमित रह गई। बदमाश तमंचे लेकर घूम रहे हैं। पुलिस हेलमेट और सीट बेल्ट की चेकिंग करती है। चेकिंग में कभी बदमाश नहीं पकड़ पाती। अधिकारियों को यह सोचना चाहिए। प्रतिनिधिमंडल में व्यापार सभा के महानगर अध्यक्ष सोमेश गुप्ता, मनीष सिंह, राहुल चौधरी, कादिर कुरैशी, पवन प्रजापति, प्रदीप सिंह रहे।