अतीक अहमद के भाई के नाम पर दबंगई, बस अड्डे पर गाड़ी खड़ी करने को हर महीने पांच हजार रुपये देने की मांग
यूपी के माफिया अतीक अहमद की मौत के बाद भी उसकी गैंग सक्रिय है। अब भी उसकी गैंग के गुर्गे या उसके रिश्तेदार लोगों को धमका-डराकर उनसे वसूली कर रहे हैं। ऐसा ही सिविल लाइंस बस अड्डे में एक युवक से मारपीट व रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आया है।

यूपी के माफिया अतीक अहमद की मौत के बाद भी उसकी गैंग सक्रिय है। अब भी उसकी गैंग के गुर्गे या उसके रिश्तेदार लोगों को धमका-डराकर उनसे वसूली कर रहे हैं। ऐसा ही सिविल लाइंस बस अड्डे में एक युवक से मारपीट व रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आया है। आरोपित ने खुद को माफिया अतीक अहमद के माफिया भाई अशरफ का रिश्तेदार बताते हुए बस अड्डे में गाड़ी खड़ी करने के एवज में पांच हजार रुपये महीना देने की मांग की। पीड़ित ने इस मामले में पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने मिली तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार म्योहाल चौराहा निवासी विकास पांडेय की पुलिस को दी तहरीर के अनुसार, वह मंगलवार की शाम अपने परिवार को बस स्टैंड छोड़ने गया था। आरोप है कि तभी मोहम्मद शहवान, मोहम्मद मियां, मोहम्मद मियां का बेटा, सफी समेत 10-12 अज्ञात बदमाश आकर गाड़ी हटाने का दबाव बनाने लगे। गाड़ी हटाने में कुछ देर हुई, तो आरोपियों ने गाली गलोज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। शहबान ने कहा कि सिविल लाइंस बस अड्डे पर गाड़ी खड़ी है, तो पांच हजार महीना चाहिए। हम लोग अशरफ के रिश्तेदार हैं। आरोपियों ने कार में बैठकर जान से मारने तक की धमकी दी।
पुलिस ने तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया और फिर शहबान को पकड़कर पूछताछ शुरू की है। थाना प्रभारी रामाश्रय यादव ने बताया कि सवारी ले जाने में किराये को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित को पकड़ लिया गया है। इस मामले में आगे जांच की जा रही है। रंगदारी के आरोपों की भी जांच हो रही है। हिरासत में लिए आरोपी से पूछताछ कर अन्य की जानकारी ली जा रही है। जल्द मामले में अन्य आरोपियों को पकड़कर कार्रवाई की जाएगी।