शिक्षा निदेशालय में आग लगी या लगाई गई है? अखिलेश यादव ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
प्रयागराज स्थित शिक्षा निदेशालय में रविवार के आग लग गई। जिससे बड़ी संख्या में फाइलें जलकर राख हो गईं। इसे लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही उन्होंने आग लगने को लेकर आशंका भी जताई है।

यूपी के प्रयागराज में रविवार को शिक्षा निदेशालय के दो कमरों में आग लग गई। जिससे बड़ी संख्या में फाइलें जलकर राख हो गईं। इसे लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही उन्होंने आग लगने को लेकर आशंका भी जताई है।
प्रयागराज के सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित शिक्षा निदेशालय के दो कमरों में आग लगने से बड़ी संख्या में फाइलें जलकर राख हो गयी। मुख्य अग्निशमन अधिकारी आर के पाण्डेय के मुताबिक आग लगने की सूचना करीब 8.35 बजे मिली। शिक्षा निदेशालय की पत्थर बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर के लेखा अनुभाग के कमरा नंबर 14 और 15 में आग लगी। आग में कितनी फाइलें जली हैं इसके बारे में उन्होंने कहा कि गिनती नहीं है लेकिन बड़ी संख्या में फाइलें जलकर नष्ट हो गयी।
उन्होंने बताया कि दो फायर टेंडर आग बुझाने में लगे थे। फाइलें होने के कारण आग बहुत तेजी से फैली थी। करीब दो घंटे के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया। आग लगने का तत्काल पता नहीं चल सका है। घटना के सभी पहलुओं पर जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित होगी वही आग लगने के कारण की भी जांच करेगी। सूत्रों के मुताबिक जिन दो कमरों में आग लगी, उनमें प्रदेश के कई एडेड विद्यालयों के पंजीकरण, मान्यता, अनुदान और नियुक्तियों से संबंधित महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो गईं।
इस आग की घटना को लेकर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रयागराज में शिक्षा निदेशालय में आग लगी है या लगाई गई है, ये तकनीकी कारणों से घटित हादसा है या वजह कुछ और है, शंका समाधान के लिए उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच हो।"
भ्रष्टाचार का दबाव पानी की टंकी कैसे झेलती, अखिलेश ने साधा निशाना
इससे पहले सपा प्रमुख ने लखीमपुर में पानी की टंकी फटने को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर लिखा, “आख़िर भ्रष्टाचार का दबाव पानी की टंकी कैसे झेलती। लखीमपुर में 3 करोड़ से बनी ये पानी की टंकी नहीं फटी है, दरअसल भाजपा अपनी ईमानदारी का जो झूठा ढोल पीटती है, वो फटा है। देखना ये है कि सबसे ऊपर जो खा-पीकर बैठे हैं वो इसका ठीकरा किसके सर फोड़ते हैं।”