जितने भी होंगे सब ढूंढेंगे, संभल पर बोले CM योगी, अब तक 54 खोजे; हर मंदिर के खुलेंगे कपाट
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल में मौजूद सभी मंदिरों को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने अब तक शहर में 54 से अधिक तीर्थ स्थलों की पहचान की है और शेष को खोजने के प्रयास जारी हैं।

CM Yogi Adityanath Interview: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि संभल में मौजूद सभी मंदिरों को पुनर्जीवित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने अब तक शहर में 54 से अधिक तीर्थ स्थलों की पहचान की है और शेष को खोजने के प्रयास जारी हैं। एएनआई के एक पॉडकास्ट में सीएम योगी ने विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बात की। संभल का जिक्र आने पर उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सनातन हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण स्थल भारत की विरासत के प्रतीक हैं। संभल में ऐसे 68 स्थल हैं जिनमें से 54 का पता चल चुका है। अन्य भी ढूंढे जाएंगे। हर मंदिर के कपाट खुलेंगे।
उन्होंने कहा, "जो कुछ भी है, हम उसे खोज लेंगे। हम दुनिया को दिखा देंगे। जिन्हें भगवान ने आंखें दी हैं, वे उन्हें देखें। संभल में क्या हुआ? संभल सच्चाई है।" हिंदू मंदिरों के खंडहरों पर मस्जिदों के निर्माण का हवाला देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “इस्लाम कहता है कि हिंदू मंदिरों को नष्ट करके बनाए गए पूजा स्थल ईश्वर को स्वीकार नहीं हैं। फिर उन्हें क्यों बनाया गया?”
उन्होंने दोहराया, "सनातन हिंदू धर्म के सभी महत्वपूर्ण स्थल हमारी विरासत के प्रतीक हैं।" उन्होंने आगे कहा कि सरकार मंदिरों को पुनर्जीवित करना जारी रखेगी। "हमने 54 से ज़्यादा स्थलों की पहचान की है और बाकी की तलाश कर रहे हैं। वैज्ञानिक साक्ष्य मौजूद हैं। हम दिखा रहे हैं कि वे कहाँ हैं, और हम उन्हें एक-एक करके सामने लाएंगे।" मथुरा मस्जिद विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हम अदालत के फ़ैसले का पालन कर रहे हैं; अन्यथा, कौन जानता है कि अब तक क्या हो सकता था?"
संभल और बहराइच में आयोजित गाजी सालार मसूद मेले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नए भारत में "हमलावरों" के लिए कोई जगह नहीं है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मसूद जैसे लोगों का महिमामंडन करना देश का अपमान है।
'उन्हें आदर्श के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, और नए भारत में उनके लिए कोई जगह नहीं है। हमलों का जश्न नहीं मनाया जाना चाहिए। हमें यह भी पहचानना चाहिए कि ये हमले विदेशियों द्वारा किए गए थे। उन्होंने भारत की आस्था को निशाना बनाया, भारतीय बहनों और बेटियों का अपमान किया और देश को लूटा। उनका महिमामंडन भारतीयों की आस्था का अपमान है। उनका महिमामंडन करके, हम देश का अपमान करते हैं, और मुझे विश्वास है कि भारत में कोई भी इसे स्वीकार नहीं करेगा।'
उन्होंने कहा- "इन लोगों ने देश में जबरन धर्म परिवर्तन का समर्थन किया।" बता दें कि कोर्ट के आदेश पर पिछले साल संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद संभल में हिंसा हुई थी। जिसके बाद विरोध प्रदर्शन और पुलिस के साथ झड़पें हुईं थीं।
हाल ही में जामा मस्जिद सदर और शाही मस्जिद कमेटी के प्रमुख जफर अली को यूपी पुलिस ने पिछले साल 24 नवंबर को संभल में भड़की हिंसा के संबंध में पूछताछ के लिए रविवार को हिरासत में लिया। अली को भारी सुरक्षा के बीच मेडिकल जांच के लिए चंदौसी ले जाया गया। शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान संभल में भड़की हिंसा में शामिल होने के आरोपों के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है।