Corona new variant How deadly what symptoms Uttarakhand action plan to fight virus कोरोना का नया वेरियंट कितना जानलेवा-क्या लक्षण, वायरस से लड़ने को उत्तराखंड में क्या ऐक्शन प्लान?, Uttarakhand Hindi News - Hindustan
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कोरोना का नया वेरियंट कितना जानलेवा-क्या लक्षण, वायरस से लड़ने को उत्तराखंड में क्या ऐक्शन प्लान?

देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही कोविड मरीजों के बारे में तत्काल सूचना देने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही अस्पतालों को हर दृष्टि से तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

Himanshu Kumar Lall हिन्दुस्तान, देहरादून, हिन्दुस्तानFri, 23 May 2025 09:19 AM
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कोरोना का नया वेरियंट कितना जानलेवा-क्या लक्षण, वायरस से लड़ने को उत्तराखंड में क्या ऐक्शन प्लान?

देश के कई राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट के प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी अस्पतालों को कोरोना पॉजिटिव मरीजों की अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए हैं। शासन के निर्देश के बाद स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ सुनीता टम्टा की ओर से इस संदर्भ में निर्देश जारी किए गए हैं।

देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने स्वास्थ्य महानिदेशालय के साथ ही सभी जिलों और मेडिकल कॉलेजों के अफसरों के साथ बैठक की थी। जिसके बाद अब स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से अस्पतालों के लिए एडवायजरी जारी की गई है।

जिसमें अस्पतालों में लक्षण वाले मरीजों की जांच के साथ ही पॉजिटिव मरीजों की जीनोम सीक्वेसिंग के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही कोविड मरीजों के बारे में तत्काल सूचना देने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही अस्पतालों को हर दृष्टि से तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना नए वेरिएंट के लक्षण इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों से मिलते-जुलते हैं और यह काफी जानलेवा भी है।

कोविड की आशंका पर अलर्ट अस्पतालों में बेड होंगे रिजर्व

उत्तराखंड में कोविड-19 की आशंका को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीएमओ डा. मनोज कुमार शर्मा ने जिले के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और पैथोलाजी लैबों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ ने कहा कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (आइएलआइ) और गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (सार्स) से पीड़ित हर मरीज की अनिवार्य रूप से कोविड जांच कराई जाए।

जांच की जानकारी इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफार्मेशन प्लेटफॉर्म (आइएचआइपी) पर दर्ज की जाए। उन्होंने सभी अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड चिह्नित करने, फ्लू क्लीनिक संचालित करने और संदिग्ध मरीजों को समय रहते आइसोलेट करके उनका उपचार शुरू करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि हल्के लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखकर उनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जाए।

मरीज में बीमारी के गंभीर लक्षण होने पर उसे तत्काल अस्पताल रेफर किया जाए। किसी क्षेत्र में यदि कोरोना, इन्फ्लूएंजा या सार्स जैसी बीमारी के मामलों का समूह (क्लस्टरिंग) सामने आता है तो वहां मरीजों की त्वरित जांच की व्यवस्था के साथ रोकथाम के उपाय लागू किए जाएंगे। सभी अस्पतालों को दवाएं, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और अन्य जरूरी संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता रखने को कहा गया है।

सीएमओ ने किया निरीक्षण

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने गुरुवार को राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नयागांव पेलियो और सेलाकुई का निरीक्षण किया। मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कॉल सेंटर की गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कर्मचारियों को संवेदनशील व्यवहार अपनाने की सलाह दी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेलाकुई और पेलियो के निरीक्षण के दौरान ने सफाई व्यवस्था बनाने और मरीजों को उचित इलाज देने के निर्देश दिए।

टिहरी मेडिकल कॉलेज तीन वर्ष में बनेगा

टिहरी में टीएचडीसी के सहयोग से प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को तीन वर्ष में तैयार करने का लक्ष्य रखा जा रहा है। हाल में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान इस संदर्भ में चर्चा की गई। इस कॉलेज के निर्माण का जिम्मा टीएचडीसी का होगा। सरकार को भवन हैंडओवर हो जाने के बाद कॉलेज में डॉक्टरों के साथ कर्मचारियों की तैनाती का काम शुरू किया जाएगा।

देहरादून-हल्द्वानी में तीमारदारों के लिए बनेंगे रैन बसेरे

रुड़की और ऋषिकेश के सरकारी अस्पतालों में सरकार जल्द सीटी स्कैन मशीन लगा रही है। दून और हल्द्वानी में आने वाले मरीजों के तीमारदारों के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के पास रैन बसेरे बनाने का निर्णय लिया गया है। देहरादून में कचहरी के समीप की जमीन को दून अस्पताल को ट्रांसफर कराया जा रहा है।

दून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज आने वाले मरीजों के तीमारदारों के ठहरने के लिए स्वास्थ्य विभाग रैन बसेरों का निर्माण कराने जा रहा है। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि राज्य के अस्पतालों को मजबूत करने और इलाज की सुविधाएं बढ़ाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिले, इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

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