प्रदर्शनी से पहाड़ के जीवन और प्रकृति के बारे में समझा
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘माउंटेन ऑफ लाइफ उत्सव’ के दूसरे दिन स्कूली बच्चों ने पहाड़ के जीवन, प्रकृति से जुड़ाव और संरक्षण के बारे में जाना। प्रदर्शनी में विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने अपने...

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से आयोजित ‘माउंटेन ऑफ लाइफ उत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत उत्साह और जिज्ञासाओं के साथ हुई। यहां लगी प्रदर्शनी में स्कूली बच्चों ने पहाड़ के जीवन, जिंदगी के प्रकृति से जुड़ाव, प्रकृति को समझकर उसे सहेजने के बारे में समझा। गुरुनानक अकेडमी, जीआईसी पटेल नगर, जीआईसी ब्रह्मपुरी, राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, सोशल बलूनी स्कूल से आए छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने प्रदर्शनी को देखा, अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी के साथियों के साथ अपने सवाल और जिज्ञासाएं साझा कीं। प्रदर्शनी में बिखरे पहाड़ों के रंग, जीवन, संस्कृति आदि लोगों में इस बारे में और जानने की इच्छा को बढ़ा रहा था। प्रदर्शनी में जंगल, झील, पहाड़, लोग, पंछी तो थे ही लोक कलाओं का सौंदर्य भी शामिल था। अर्जुन अवार्ड से सम्मानित प्रो. हर्षवन्ती बिष्ट और वाडिया इंस्टीट्यूट के सीनियर साइंटिस्ट मनीष मेहता वक्ता रहे। प्रो. हर्षवन्ती ने अपने जीवन और पहाड़ से प्रेम उनके करीब जाने, वहां जाकर जो महसूस हुए, पहाड़ों में कैसे और क्या-क्या बदलाव हुए, ग्लेशियर किस तरह बदल रहे हैं आदि को लेकर चित्रों के माध्यम से तुलनात्मक ढंग अपने अनुभव साझा किए। इस मौके पर उत्तराखण्ड के लोकगायक, साहित्यकार एवं संगीतकार डॉ. ओम बधानी के गीतों का भी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने आनंद लिया।
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