Parking Woes in Dehradun s Karampur Coaching Centers Cause Traffic Chaos बोले देहरादून : करनपुर में बिना पार्किंग चल रहे कोचिंग संस्थानों से लोग परेशान, Dehradun Hindi News - Hindustan
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बोले देहरादून : करनपुर में बिना पार्किंग चल रहे कोचिंग संस्थानों से लोग परेशान

देहरादून के करनपुर में कोचिंग संस्थानों की बढ़ती संख्या के कारण पार्किंग की समस्या उत्पन्न हो गई है। छात्र अपने वाहनों को गलियों और दुकानों के सामने पार्क करते हैं, जिससे स्थानीय व्यापारियों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, देहरादूनFri, 11 April 2025 08:38 PM
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बोले देहरादून : करनपुर में बिना पार्किंग चल रहे कोचिंग संस्थानों से लोग परेशान

देहरादून के पुराने इलाकों में शुमार करनपुर शिक्षा का प्रमुख केंद्र है। यहां डीएवी और डीबीएस कॉलेज के साथ ही तमाम कोचिंग संस्थान हैं। करनपुर की संकरी गलियों में पहले से ही दो बड़े डिग्री कॉलेज होने से ट्रैफिक का दबाव है। सर्वे चौक से डीएल रोड तक हर कदम पर कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं। लेकिन, इन कोचिंग इंस्टीट्यूट के संचालकों ने छात्रों के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था नहीं की है। इस वजह से छात्र अपने वाहनों को दुकानों के आगे और गलियों में लोगों के घरों के आगे लगा कर चले जाते हैं। इससे दुकानदार और लोग परेशान रहते हैं। दीपिका गौड़ की रिपोर्ट...

करनपुर बाजार में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए बड़ी संख्या में कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं। लेकिन, कोचिंग इंस्टीट्यूट में पार्किंग न होने के कारण छात्र बाजार में अपने वाहनों को कहीं भी खड़ा कर देते हैं। इससे स्थानीय व्यापारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे उनके व्यापार पर असर पड़ रहा है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान ने ‘बोले देहरादून अभियान के तहत करनपुर व्यापार मंडल के सदस्यों से बातचीत की। जिसमें व्यापारियों ने अपनी समस्या हिन्दुस्तान टीम को बताई। व्यापारियों का कहना है कि वार्ड 15 में स्थित करनपुर बाजार के व्यापारी 2017 से प्रशासन को शिकयतों से अवगत करवा रहे हैं। इसके बाद भी हमारी समस्या का समाधान नहीं किया गया। इतना ही नहीं, कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालकों ने पूरे बाजार की शोभा अवैध रूप से बैनर टांग कर खराब कर दी है।

करनपुर से डीएल रोड की हर गली में आने जाने की जगह हो या न हो मगर कोचिंग इंस्टीट्यूट लगातार खुल रहे हैं। कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालकों को सबसे पहले पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए, इसके बाद भी कोचिंग संस्थान खोलना चाहिए। बाजार में ठेलियों के कारण भी जाम की समस्या बनी हुई है। असामाजिक तत्वों ने बाजार में रेट्रो साइलेंसर वाली गाड़ियों से शोर होता है और लोगों का जीना मुहाल हो जाता है। यहां मादक पदार्थ की तस्करी भी हो रही है। यदि बाजार में पुलिस गश्त हो तो असामाजिक तत्वों पर पुलिस की नजर बनी रहेगी और महिलाएं भी सुरक्षित महसूस करेंगी।

बैनरों ने पूरे क्षेत्र की शोभा बिगाड़ रखी है

स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां बाजार में कोचिंग इंस्टीट्यूट के बैनर बहुत है। बैनरों ने पूरे क्षेत्र की शोभा खराब कर दी है। कोचिंग वाले बिना लोगों से पूछे उनकी घरों की दिवारों पर, छतों पर बैनर लगा देते है। उनके घरों का प्लास्टर झड़ने लगता है। रंगाई-पुताई में भी परेशानी आती है।

भूषण पान भंडार वाली गली में शाम होते ही नशा तस्कर हो जाते हैं सक्रिय

लोगों ने बताया कि बाजार की भूषण पान भंडार गली में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। यहीं पर लोग नशे की तस्करी भी करते है। वहीं शाम के समय बच्चे अपने घर जाते समय हुड़दंग भी मचाते रहते है। इससे लोगों को बहुत परेशानी होती है। खुले में नशे की तस्करी की रोकथाम के लिए यहां पर पुलिस की गश्त समय-समय पर लगनी चाहिए। नशे तस्करों को पकड़ उनपर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। यहां पर बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा है। उन्हें नशे के चंगुल से बचाने के लिए पुलिस की नियमित गश्त बहुत जरूरी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हम नशा तस्करों से आजिज आ चुके हैं, यहां आए दिन किसी न किसी बात को लेकर नशा तस्करों और नशा करने वाले लोगों में विवाद होता रहता है, इस संबंध में कई बार पुलिस शिकायत भी की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। इस वजह से छोटे-छोटे बच्चों पर गलत असर पड़ने की आशंका है, इसलिए पुलिस को ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।

पार्किंग की व्यवस्था न करने वाले संचालकों पर सख्ती करेगी पुलिस

व्यापारियों की ओर से पुलिस को शिकायत मिली थी। पुलिस की ओर से करनपुर में विशेष अभियान भी चलाया गया था। इंस्टीट्यूट के बाहर कॉलेज के विद्यार्थियों के ही वाहन खड़े होते हैं। इस बाबत पुलिस की ओर से इंस्टीट्यूट संचालकों से बातचीत भी की गई थी। इंस्टीट्यूट संचालकों ने वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था करने के लिए समय मांगा था। यदि व्यवस्था नहीं की गई तो संचालकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

-मनोज मैनवाल, प्रभारी निरीक्षक, डालनवाला कोतवाली

छात्र घरों के आगे पार्क कर जाते हैं वाहन

व्यापारियों ने बताया कि यहां पर बहुत से कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं। इनमें हजारों की संख्या में बच्चे पढ़ने आते हैं। कोचिंग वालों पर गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था न होने की वजह से बच्चों को गाड़ी पार्क करने में परेशानी होती है। जगह न मिलने की वजह से बच्चे लोगों के घरों के बाहर या दुकानों के सामने गाड़ी लगा देते है। इससे दुकान के व्यापारियों का व्यापार प्रभावित होता है। घरों के बाहर गाड़ी होने से लोगों को अपने घरों से निकलने में और गाड़ी निकालने में पेरशानी होती है।

छोटे-छोटे कूड़ेदान लगाए जाने चाहिए

व्यापारियों का कहना है कि यहां पर सफाई व्यावस्था ठीक है। समय पर नियमित रूप से कचरे की गाड़ी यहां पर आ जाती है। इसके बाद भी बच्चे चलते-फिरते कचरा करते चले जाते है। इससे लोगों परेशानी है। वह चाहते है कि यहां पर पूरे रास्ते में छोटे-छोटे कूड़ेदान होने चाहिए।

सुझाव

1. कोचिंग वालों के लिए पार्किंग बनवाई जाए। इससे सड़कों पर जाम नहीं लगेगा।

2. दुकानों के आगे कूड़ेदान लगवाए जाएं, जिसमें दुकानदार आसानी से दुकानों का कूड़ा डाल सकें।

3. बाजार में घरों और दुकानों के आगे लगे कोचिंग इंस्टीट्यूट के बैनर हटाए जाने चाहिए।

4. बाजार में चीता फोर्स को गश्त करनी चाहिए।

5. मॉडिफाई साइलेंसर वाली बाइकों को सीज और चालकों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

शिकायत

1. सर्वे चौक से डीएल रोड तक कोचिंग संस्थान होने से वाहनों का जाम लगा रहता है।

2. कोचिंग संचालकों को पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए।

3. बाहरी क्षेत्र के लोगों ने बाजार में ठेलियां लगा कर सड़क पर अतिक्रमण किया हुआ है।

4. भूषण पान भंडार वाली गली में कुछ लोग मादक पदार्थों की तस्करी करते हैं, विरोध करने पर गुंडागर्दी पर उतर आते हैं।

5. 2017 से समस्या उठा रहे हैं लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।

बोले लोग

बाजार के अंदर बहुत सी समस्याएं हो गई हैं। मादक पदार्थों की बिक्री से माहौल बिगड़ा हुआ है। यदि किसी को कुछ बोलो तो लोग लड़ाई झगड़े पर उतर आते हैं। इससे बाजार का व्यापारी परेशान है। -प्रमोद शर्मा

बाजार में हर गली में कोचिंग इंस्टीट्यूट खुले हैं वो लोग अपना व्यापार चलाने के चक्कर में हम व्यापारियों का नुकसान कर रहे है। वाहनों की पार्किंग की सुविधा देने का काम इंस्टीट्यूट का है। -सुदर्शन धवन

बाजार में बाहर के लोगों ने ठेलियों को लगाकर सारी जगह घेरी हुई है। पहले तो इंस्टीट्यूट के बच्चों की गाड़ियों से व्यापारी परेशान हैं दूसरा ठेली के अतिक्रमण और परेशानी बढ़ा दी है। -सौरव उपाध्याय

शाम छ बजे के बाद ही भीड भाड़ बढ़ने लग जाती है। कई बच्चे पढ़ाई करके घर को लौटते है। जिस कारण बच्चों का जाम और ठेलियों के अतिक्रमण करने वालों का जाम बढ़ जाता है। -सानिध्य माहेश्वरी

बाजार के अंदर बहुत सी समस्याएं हो गई हैं। मादक पदार्थों की बिक्री से माहौल बिगड़ा हुआ है। यदि किसी को कुछ बोलो तो लोग लड़ाई झगड़े पर उतर आते हैं। इससे बाजार का व्यापारी परेशान है। -प्रमोद शर्मा

बाजार में हर गली में कोचिंग इंस्टीट्यूट खुले हैं वो लोग अपना व्यापार चलाने के चक्कर में हम व्यापारियों का नुकसान कर रहे है। वाहनों की पार्किंग की सुविधा देने का काम इंस्टीट्यूट का है। -सुदर्शन धवन

बाजार में बाहर के लोगों ने ठेलियों को लगाकर सारी जगह घेरी हुई है। पहले तो इंस्टीट्यूट के बच्चों की गाड़ियों से व्यापारी परेशान हैं दूसरा ठेली के अतिक्रमण और परेशानी बढ़ा दी है। -सौरव उपाध्याय

शाम छ बजे के बाद ही भीड भाड़ बढ़ने लग जाती है। कई बच्चे पढ़ाई करके घर को लौटते है। जिस कारण बच्चों का जाम और ठेलियों के अतिक्रमण करने वालों का जाम बढ़ जाता है। -सानिध्य माहेश्वरी

कोचिंग इंस्टीट्यूट के बच्चों के लिए पार्किंग व्यवस्था नहीं है। वो कहीं भी वाहन लगा देते हैं। इस कारण व्यापारियों को गाड़ियां खड़ी करने के लिए जगह नहीं मिलने से परेशानियां होती हैं। -कमलेश राणा

बाजार में दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं। इसलिए व्यापारियों ने सात जगहों पर स्पीड ब्रेकर लगाने का प्रस्ताव रखा था। लेकिन हमारी यह मांग पूरी नहीं हो पाई है। हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। -रमेश गुरु

दुकानों और घरों के आगे कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ने वालों की गाड़ियां लगी है। यदि इंसान घर से बाहर अपने वाहन में निकले तो कैसे निकले। इस समस्या का स्थायी समाधान होना चाहिए। -राम प्रसाद भट्ट

बाजार में लड़के और लड़कियां दोनों मिलकर मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे है। जो कि यहां का माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। -शैलेश कुमार शर्मा

बाजार को बचपन से देखते आ रहे हैं। पहले इतनी समस्या नहीं होती थी। गाड़ियों की ओवर स्पीडिंग से हर रोज हादसे हो रहे हैं और लोग चोटिल हो रहे हैं। -संजय बंसल

छात्र वाहनों को कहीं भी पार्क कर देते हैं। व्यापारियों को दुकान खोलने के लिए इंतजार करना पड़ता है। छात्र व्यापारियों की समस्या बढ़ा देते हैं। -विजय चौहान

गली में गाड़ियां खड़ी होने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। हमारे मेहमान भी यहां आने से कतराते है और कहते है कि गाड़ी कैसे लाएंगे और पार्क कहा करेंगे। -तारकेश्वर कुमार

कई दुकानदारों ने दुकान को आगे बढ़ाकर अतिक्रमण कर रखा है। इससे सड़कें संकरी हो गई है। प्रशासन को ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। -अशोक चड्ढा

यहां पर पार्किंग की समस्या को लेकर कई बार शिकायत की जा चुकी है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे लोग बहुत परेशान हैं। -मनीषा उनियाल

यहां पर जाम की बहुत समस्या रहती है। शाम के समय यहां पर चलना बहुत मुश्किल हो जाता है। प्रशासन को इस समस्या का स्थायी समाधान खोजना चाहिए। - प्रवीन गुप्ता

डीएवी कॉलेज, डीबीएस कॉलेज और मंगलादेवी इंटर कॉलेज से बातचीत कर कॉलेज के परिसर में बच्चों को पाकिंग के लिए जगह दे सकते हैं। -अनिल कुमार रस्तोगी

यहां पर गाड़ियां इतनी रहती हैं कि नियमित ग्राहकों को भी दुकान में आने के लिए अपनी गाड़ी कई किमी दूर लगानी पड़ती है। इसका समधान होना चाहिए। -हेमंत महेश्वरी

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