जल संरक्षण को आज देहरादून नौला-धाराओं का पूजन होगा
जल संकट के समाधान के लिए हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान ने जल वर्ष 2025 में नई पहल की है। देहरादून में जल पूजन की शुरूआत की जा रही है। इसका उद्देश्य जल स्रोतों की महत्ता को समझाना और परंपरा...

जल संकट की चुनौतियों के समाधान के लिए जल वर्ष 2025 में हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी ने नई पहल की है। इसकी शुरूआत आज देहरादून से हो रही है। इसमें नौला-धारा पूजन की तर्ज पर जल स्रोतों का पूजन कर जल की महत्ता को लोगों तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। कल के लिए जल अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने बताया कि देहरादून में जल पूजन की शुरूआत सुबह 10 बजे महादेवी कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय से की जाएगी। जबकि दोपहर साढ़े 11 बजे डीडी कॉलेज नींबूवाला के साथ टपकेश्वर मंदिर में टौंस नदी में जल पूजन किया जाएगा। द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने बताया कि हमारे यहां परंपरा रही है कि शादी के अगले दिन दुल्हन गांव में अपने पारंपरिक जल स्रोत को पूजने के लिए जाती है, लेकिन पलायन के साथ यह परंपरा छूटती जा रही है और इससे हम अपने प्राकृतिक जल स्रोतों से भी दूर होते जा रहे हैं। ऐसे में देहरादून से जल पूजन की एक नई शुरूआत की जा रही है। इसे पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। ताकि लोग परंपरा ही नहीं जलस्रोतों के महत्व को भी समझ सकें। यह अभियान व्यापक स्तर पर शुरू किया जा रहा है और इसे विवाह के दौरान एक रस्म के बजाए हम मानव दिनचर्या का एक हिस्सा बनाने का प्रयास कर रहे हैं। ताकि जलस्रोतों का संरक्षण किया जा सके।
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