Guala River Water Level Drops to 136 Cusecs Farmers Face Irrigation Crisis सिंचाई के लिए 244 क्यूसेक पानी की कमी, Haldwani Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttarakhand NewsHaldwani NewsGuala River Water Level Drops to 136 Cusecs Farmers Face Irrigation Crisis

सिंचाई के लिए 244 क्यूसेक पानी की कमी

गौला नदी का जलस्तर 136 क्यूसेक तक गिर गया है, जिससे किसानों को खेतों में पानी मिलना मुश्किल हो रहा है। सिंचाई के लिए 350 क्यूसेक पानी की आवश्यकता है, लेकिन केवल 106 क्यूसेक पानी ही भेजा जा रहा है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीWed, 19 March 2025 11:14 AM
share Share
Follow Us on
सिंचाई के लिए 244 क्यूसेक पानी की कमी

- गौला का जल स्तर 136 क्यूसेक होने से खेतों को पानी मिलना मुश्किल - सिंचाई के ट्यूबवेल खराब होने से और बढ़ रहा किसानों का संकट

- 350 की जगह नहरों में रोस्टर के अनुसार भेजा जा रहा 106 क्यूसेक

- 90 क्यूसेक पानी बैराज से रोस्टर के अनुसार भेजा रहा नहरों में पेयजल के बाद

हल्द्वानी। बारिश की कमी और गर्मी के असर से गौला नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है। जिससे किसानों के खेतों के लिए जरूरी पानी की कमी बनी हुई है। जलस्तर कम होने से 244 क्यूसेक पानी की कमी सिंचाई के लिए बनी है। गौला बैराज से सिंचाई विभाग नहरों में रोस्टर के अनुसार केवल 106 क्यूसेक पानी ही भेज रहा है। ऐसे में किसानों की फसलें सूख रही हैं।

भाबर क्षेत्र में किसान सिंचाई के लिए नहर से मिलने वाले पानी पर निर्भर हैं। सिंचाई विभाग काठगोदाम में मौजूद बैराज से गौला का पानी नहरों से किसानों के खेतों तक पहुंचाता है। लेकिन गौला का जलस्तर गर्मी की मार से हर दिन कम हो रहा। सिंचाई विभाग के अनुसार मंगलवार को गौला का जलस्तर 136 क्यूसेक दर्ज किया गया। इसमें से पेयजल के लिए 30 क्यूसेक पानी जल संस्थान के शीशमहल फिल्टर प्लांट को हर दिन भेजता है। इस स्थिति में बैराज में केवल 106 क्यूसेक पानी ही बच रहा। जबकि सिंचाई के लिए रोज 350 क्यूसेक पानी की जरूरत बनी है। इस स्थिति में 244 क्यूसेक पानी की कमी बनी है। अब विभाग रोस्टर के अनुसार अलग अलग नहरों में पानी छोड़ रहा है। जिससे एक क्षेत्र में करीब दो सप्ताह के बाद ही नदी का पानी पहुंच रहा है। जिससे खेतों में पानी नहीं पहुंचने से गेहूं, लहसुन, प्याज के साथ मौसमी सब्जियां सूख रही हैं। जल्द जरूरत के अनुसार पानी नहीं मिलने पर किसानों की मेहनत बेकार होने की आशंका बनी हुई है। सिंचाई विभाग ने ईई दिनेश रावत ने बताया कि गौला में पानी कम होने से परेशानी बनी है। रोस्टर के अनुसार नहरों में पानी भेजा जा रहा है।

खराब ट्यूबवेल बढ़ा रहे संकट

गौला के साथ ट्यूबवेल की मदद से सिंचाई के पानी की मांग पूरी की जाती है। पर इनके लगातार खराब होने से सिंचाई का संकट बढ़ रहा है। बोरा कॉलोनी कमलुवागांजा, लालपुर आरटीओ रोड और देवला तल्ला गौलापार के खराब ट्यूबवेल ठीक नहीं हो सके हैं। जिससे इनसे जुड़े किसानों को सिंचाई का पानी मिलना बंद हो गया है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।