हल्द्वानी में सेंसर तकनीक से होगी पेयजल की निगरानी
हल्द्वानी में जल्द ही सेंसर आधारित तकनीक से पेयजल की निगरानी की जाएगी। एडीबी परियोजना के अंतर्गत लाइनों और ट्यूबवेल में सेंसर लगाए जाएंगे, जिससे पेयजल वितरण का समय और प्रेशर निर्धारित किया जाएगा।...

हल्द्वानी। हल्द्वानी में जल्द ही सेंसर आधारित तकनीक से पेयजल की निगरानी होगी। इसके लिए एडीबी परियोजना में बिछाई जा रही लाइनों और ट्यूबवेल में सेंसर लगाए जाएंगे। इनसे मिलने वाले डाटा के आधार पर पेयजल वितरण का समय और लाइनों में पानी का प्रेशर निर्धारित किया जाएगा, ताकि हर घर को बराबर पानी मिल सके। उत्तराखंड शहरी विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) नगर निगम के नए 23 वार्डों में पेयजल योजना का काम कर रही है। हर घर को पेयजल लाइनों से जोड़ा जा रहा है। वहीं इसके बाद पेयजल की आपूर्ति बेहतर किए जाने के लिए सेंसर आधारित तकनीक का उपयोग किए जाने की तैयारी की जा रही है। इनसे मिलने वाले डाटा को एकत्र करने के लिए सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन (स्काडा) सिस्टम लगाया जाएगा। जिससे हर दिन सप्लाई लाइन में पानी के प्रेशर और घरों तक पहुंच रहे पानी की सटीक मिलेगी। ऐसे में पानी की कमी वाले क्षेत्रों में जरूरी उपाय कर आपूर्ति बढ़ाई जाएगी।
तीन कंट्रोल रूम मे होगा डाटा दर्ज
पानी की निगरानी के लिए विभाग ने 23 वार्डों को 65 जोन मे बांटा है। इसके आधार पर ही जोन के अनुसार सेंसर से डाटा एकत्र किया जाएगा। इसकी गणना के लिए निगम क्षेत्र में तीन कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे।
मीटर से देना होगा पानी का बिल
निगम क्षेत्र में यूयूएसडीए की पेयजल योजना से पानी की आपूर्ति शुरू होने के बाद विभाग घरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में मीटर लगाने की कार्रवाई करेगा। उपभोक्ताओं को इसके आधार पर ही हर माह अपने बिल का भुगतान करना होगा।
कोट -
पेयजल योजना की निगरानी के लिए सेंसर आधारित तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए 65 जोन बना कर तीन कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे।
कुलदीप सिंह, परियोजना प्रबंधक यूयूएसडीए
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