Residents of Haldwani Ward 7 Struggle with Basic Amenities Traffic Water and Drainage Issues Persist बोले हल्द्वानी: नगर निगम के साए में ही अवैध पार्किंग ने बढ़ाईं मुश्किलें, Haldwani Hindi News - Hindustan
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बोले हल्द्वानी: नगर निगम के साए में ही अवैध पार्किंग ने बढ़ाईं मुश्किलें

हल्द्वानी के वार्ड नंबर-7 के लगभग 12 हजार लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। अवैध पार्किंग, ब्रेकर-डिवाइडर की कमी और पानी की समस्या ने यहां के निवासियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीMon, 5 May 2025 04:57 PM
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बोले हल्द्वानी: नगर निगम के साए में ही अवैध पार्किंग ने बढ़ाईं मुश्किलें

हल्द्वानी। नगर निगम के ठीक बगल में नहर कवरिंग रोड पर स्थित वार्ड नंबर-7 के लगभग 12 हजार लोग लंबे समय से मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। सड़क चौड़ीकरण के बावजूद अवैध पार्किंग से जाम और ब्रेकर-डिवाइडर के अभाव में असुरक्षित यातायात यहां के निवासियों की बड़ी समस्या बन गया है, जिसका समाधान अब तक नजर नहीं आया है। इसके अलावा यहां की खुली नालियां हादसों का कारण बन रही हैं। इसके साथ ही क्षेत्रवासियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है। जब बोले हल्द्वानी की टीम ने क्षेत्र का दौरा कर लोगों से उनकी समस्याएं जानीं, तो उन्होंने खुलकर अपनी परेशानियां बताईं और समाधान भी सुझाएं।

वार्ड नंबर-7 के अंदर पांच कॉलोनियां आती हैं। सड़क चौड़ीकरण के बावजूद यहां के लोग कई तरह की समस्याओं से दूर हैं। क्षेत्रवासियों के अनुसार, यहां सड़कों के दोनों ओर अवैध पार्किंग बना दी गई है। जिससे आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण ब्रेकर और डिवाइडर नहीं हैं, इस वजह से दुर्घटनाओं का खतरा मंडराता रहता है। खुली निकासी नालियां लोगों के लिए जानलेवा बना हुई हैं, जिनमें गिरकर कई लोग चोटिल हो चुके हैं। क्षेत्र में उचित ड्रेनेज व्यवस्था नहीं होने के कारण बरसात के मौसम में जलभराव होना आम बात है। ऐसी स्थिति में लोगों को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में पानी की काफी समस्या है। लोगों ने कहा कि पूर्व में नगर निगम के बगल वाली सड़क को चौड़ा किया गया था, जिससे लोगों को उम्मीद थी कि अब यहां जाम की समस्या नहीं होगी। लेकिन सड़क चौड़ी होने के बावजूद उन्हें कोई खास फायदा नहीं हुआ है, क्योंकि लोगों ने सड़कों के दोनों ओर गाड़ियां पार्क करना शुरू कर दिया है। लोगों ने कहा कि नहर को कवर करने के बाद सड़क चौड़ी तो हो गई, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिला। पहले जहां संकरी सड़क पर मुश्किल से गाड़ियां निकल पाती थीं, वहीं अब अवैध पार्किंग की वजह से स्थिति जस की तस बनी हुई है। दोनों तरफ गाड़ियां खड़ी होने से सड़क पर फिर से जगह कम हो गई है और अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। आश्चर्य की बात यह है कि नगर निगम का कार्यालय यहां से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर है, इसके बावजूद नियमों की अनदेखी करने वालों में कोई डर नजर नहीं आता। खुलेआम सड़कों पर गाड़ियां पार्क की जा रही हैं और जिम्मेदार विभाग इस पर कोई ठोस कार्रवाई करता हुआ नहीं दिख रहा है। केवल एक समय आता है पानी: लोगों ने बताया कि क्षेत्र में पानी की भी गंभीर समस्या है। दिन में केवल एक बार पानी मिलता है, वह भी सिर्फ एक घंटे के लिए और उसका भी कोई निश्चित समय नहीं होता। इस अनियमित जलापूर्ति के कारण लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है और उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाले अधिकांश लोग सुबह काम पर जाते हैं। ऐसे में जब पानी आता है तो वे घर पर नहीं होते। पानी की आपूर्ति का कोई निश्चित समय नहीं होने के कारण यह समस्या और भी बढ़ जाती है। लोगों ने जल संस्थान से मांग की है कि यदि शाम के समय भी पानी की आपूर्ति की जाए, तो कामकाजी लोग अपनी जरूरत के अनुसार पानी भर सकेंगे और उन्हें कुछ राहत मिलेगी। पानी की कमी का आलम यह है कि कई परिवार महीने में तीन से चार बार पानी के टैंकर मंगवाने पर मजबूर हैं। खुली निकासी नालियां बनीं जानलेवा: लोगों ने बताया कि मुख्य सड़क पर बनी निकासी नालियां बड़ा खतरा बन गई हैं। जल निकासी के लिए बनाई गई इन नालियों के ऊपर जाली न होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। बताया कि सड़क पर बनीं यह नालियां हादसों के लिए खुला निमंत्रण है, खासकर रात के अंधेरे में। लोगों ने बताया कि कुछ माह पूर्व क्षेत्र की एक महिला नाली में गिर गई थीं, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। इस घटना के बाद से लोगों में और भी ज्यादा डर बैठ गया है। लोगों ने निगम से नालियों को ढकने की गुहार लगाई है। स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इन खुली नालियों को कवर नहीं किया गया, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है, जिसमें किसी की जान भी जा सकती है। ब्रेकर और डिवाइडर न होने के कारण हो रहे हादसे: लोगों ने बताया कि मुख्य सड़क पर ब्रेकर और डिवाइडर नहीं होने के कारण युवाओं के लिए यह तेज रफ्तार बाइक चलाने का अड्डा बन गई है। उनका कहना है कि कॉलोनी की सड़कों की तो बात छोड़िए, मुख्य मार्ग पर भी स्पीड ब्रेकर नहीं लगाए गए हैं, जिसके चलते युवा तेज रफ्तार से बाइक चलाते हुए नजर आते हैं। लोगों ने कहा कि यदि सड़कों पर उचित ब्रेकर और डिवाइडर बनाए जाएं, तो निश्चित रूप से इन युवाओं की रफ्तार पर लगाम लगेगी और दुर्घटनाओं को टाला जा सकेगा। तेज रफ्तार बाइकों के कारण लोगों में हमेशा डर का माहौल बना रहता है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए सड़क पार करना भी एक जोखिम भरा काम बन गया है। क्षेत्रवासियों की पांच प्रमुख समस्याएं 1. सड़कों पर अवैध रूप से खड़ी होने वाली गाड़ियों से लगता है जाम। 2. सड़कों पर कहीं भी स्पीड ब्रेकर नहीं बनाए गए। 3. निकासी नालियों के ऊपर जाली नहीं होने से हो रहे हादसे। 4. दो पेयजल लाइनों से भी नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी। 5. क्षेत्र में उचित ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने से परेशानी। क्षेत्र के लोगों ने ये सुझाव दिए 1. सड़कों में गाड़िया पार्क करने पर कार्रवाई की जाए। 2. सड़कों पर ब्रेकर और डिवाइडर बनाए जाए। 3. निकासी नालियों के ऊपर जाली लगाई जाए। 4. रोजाना सुबह-शाम कम से कम दो-तीन घंटे मिले पानी। 5. क्षेत्र में ड्रेनेज की व्यवस्था ठीक की जाए। लोगों से बातचीत यह तो हमारे साथ सरासर अन्याय है। नहर कवर करके सड़क इसलिए चौड़ी की गई थी ताकि हम आराम से आ-जा सकें। अब यहां अवैध रूप से वाहन खड़े होने से आए दिन जाम की समस्या रहती है। धर्मेन्द्र पांडे नगर निगम क्या कर रहा है? उन्हें तुरंत इन अवैध रूप से खड़ी होने वाली गाड़ियों को हटाना चाहिए। हम टैक्स भरते हैं और बदले में हमें सिर्फ परेशानी मिलती है। पुलिस और नगर निगम इन्हें क्यों नहीं हटाते हैं। लता पांडे मुख्य सड़कों पर ब्रेकर और डिवाइडर क्यों नहीं लगाए जा रहे? डीएम के आदेश का भी कोई सम्मान नहीं है क्या? सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। जल्द ही स्पीड ब्रेकर लगवाए जाएं। यशपाल अधिकारी क्षेत्र में पानी की समस्या तो और भी गंभीर है। सुबह एक घंटे के लिए गंदा पानी आता है, उसे हम कैसे इस्तेमाल करें? जल संस्थान को सुबह शाम पानी भेजना चाहिए वह भी दो से तीन घंटे तक। लीलाधर जोशी ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने के कारण हर बारिश में हमारे घरों में पानी भर जाता है। लाखों रुपये का नुकसान होता है और कोई सुनने वाला नहीं है। ड्रेनेज की व्यवस्था तुरंत सही करवानी चाहिए। सुरेश चंद्र पांडे यह बहुत शर्मनाक बात है कि विकास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। सड़क चौड़ी तो कर दी, लेकिन बाकी समस्याएं जस की तस हैं। ऐसे काम का क्या फायदा जिससे लोग परेशान रहे। नवीन चंद्र पांडे अब तो हद हो गई। जीना मुहाल हो गया है। न ढंग की सड़क है, न पानी है, और न ही ड्रेनेज की कोई व्यवस्था। सरकार को हमारी तकलीफ दिखती ही नहीं है। जल्द समस्या का समाधान हो। प्रो. केके पांडे बड़े वाहनों की अवैध पार्किंग से सड़क और भी संकरी हो जाती है। पैदल चलने वालों और साइकिल सवारों के लिए तो यह जानलेवा है। लोगों को सड़कों पर अपने वाहन पार्क नहीं करने चाहिए। दामोदर बिष्ट सड़कों के किनारों पर बने ड्रेन को जाली से कवर नहीं किया गया है। नालिया इतनी बड़ी है कि कोई भी उनके अंदर गिर सकता है। निगम को सभी ड्रेन के ऊपर जालियां लगानी चाहिए। चंद्र शेखर मिश्रा यहां गाड़ियां बहुत तेज चलती हैं। ऐसे में बच्चों को सड़क पर अकेले भेजने में भी डर लगता है। ब्रेकर और डिवाइडर नहीं होने के कारण लोग यहां ओवरस्पीडिंग करते है। जल्द ही ब्रेकर लगाने चाहिए। नवीन तिवारी यहां क्षेत्र में ऐसे कई लोग रहते हैं जो सुबह काम पर चले जाते हैं और शाम को आते हैं। इन लोगों को पानी नहीं मिल पाता है क्योंकि केवल सुबह पानी आता है। उसका भी समय फिक्स नहीं है। तारा दत्त पांडे पिछले कुछ दिनों से चार-पांच मिनट के लिए पानी आ रहा है, जिससे कुछ भी नहीं होता है। हमें हर माह लगभग चार बार पानी के टैंकर मंगवाने पड़ते है। क्योंकि हमें नलों से पर्याप्त पानी नहीं मिलता है। एलएम भट्ट क्षेत्र में सुबह-शाम लगभग दो-तीन घंटे पानी आना चाहिए। जिसका समय तय किया जाना चाहिए। जल संस्थान को कुछ तो लोगों के बारे में सोचना चाहिए। हमारे साथ अन्याय हो रहा है। लीलाधर पंत सुबह एक घंटे के लिए पानी आता है, वह भी इतना गंदा कि उसे इस्तेमाल करने की हिम्मत नहीं होती। बच्चों के लिए तो और भी परेशानी है। हमारे यहां पानी की बहुत ज्यादा दिक्कत है। मनीष भट्ट डीएम ने ब्रेकर और डिवाइडर के लिए मौखिक आदेश दिए थे, लेकिन नगर निगम के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। यहां तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। लोग इतनी तेज स्पीड में वाहन चलाते हैं। तारा चंद्र बेलवाल सुबह काम में जाने की जल्दी में लोगों को पानी भरने का समय ही नहीं मिलता। शाम को आते हैं तो पता चलता है पानी कब का चला गया। टैंकर मंगवाना पड़ता है, जो कि महंगा पड़ता है। कयूर पंत क्षेत्र में केवल एक घंटा पानी आता है, उसमें भी कब आएगा कोई पता नहीं। सुबह बच्चों को स्कूल भेजना होता है, घर के काम होते हैं और तब पानी का इंतजार करते रहो। दो बार पानी आए तो थोड़ी राहत मिले। रामकली बच्चों की सुरक्षा को लेकर हमेशा चिंता बनी रहती है। तेज रफ्तार गाड़ियां और खुली नालियां होने से स्कूल आते-जाते बच्चों को डर लगा रहता है। कम से कम नालियों पर तो जाली लगवानी चाहिए। चंपा पांडे क्षेत्र में पानी की समस्या बड़ी है। पिछले कुछ दिनों से केवल दस-पंद्रह मिनट के लिए पानी आ रहा है। जिसकी वजह से हमारी पानी की मोटर भी खराब हो गई है। अब उसे सही होने में समय लगेगा। देवकी नेगी जल संस्थान की ओर से अगर सुबह शाम दो-तीन घंटे पानी सप्लाई किया जाए तो बेहतर होगा। हमें टैंकरों पर पैसा खर्च नहीं करने पड़ रहे है। जल संस्थान को हमारे बारे में कुछ तो सोचना चाहिए। हरबंस सिंह, नवाबी रोड बोले जिम्मेदार उक्त सभी समस्याओं के बारे में अधिकारियों को बताया गया है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। हमें केवल आश्वासन दिया जा रहा है। संजय तिवारी, पार्षद वार्ड नंबर-7

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