बारिश के मचाई तबाही, गौला फिर भी सूखी
हल्द्वानी में बेमौसम बारिश ने जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। बारिश और आंधी के कारण बिजली कटौती का सामना करना पड़ा, वहीं किसानों की फसलें खराब हो गई हैं। गौला नदी का जलस्तर भी केवल 100 क्यूसेक तक...

हल्द्वानी। बेमौसम बारिश ने जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया। बारिश के साथ आंधी से जहां लोगों को घंटों बिजली कटौती का सामना करना पड़ा, वहीं फसल खराब होने से किसानों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। वहीं पेयजल और सिंचाई के लिए जरूरी गौला नदी की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। हल्द्वानी में 16 एमएम बारिश होने के बाद भी नदी का जलस्तर केवल दो क्यूसेक बढ़ सका है। जल्द ही अच्छी बारिश नहीं होने पर इसमें फिर से गिरावट आने की आशंका बनी हुई है। हल्द्वानी में पेयजल और सिंचाई के लिए गौला नदी जीवनदायिनी है। लंबे समय से बारिश की कमी और गर्मी का असर बढ़ने से नदी का जलस्तर लगातार कम होकर 98 क्यूसेक रह गया है। गुरुवार को बारिश शुरू होने के साथ ही जलस्तर बढ़ने की उम्मीद थी। लेकिन 16 एमएम बारिश दर्ज होने के बाद भी नदी का जलस्तर बढ़ कर केवल 100 क्यूसेक तक पहुंच सका। यह भी पिछले चार सालों में सबसे कम जलस्तर है। वहीं बारिश में किसानों की मेहनत से उगाई फसल खराब हो गई। ऐसे में बेमौसम आई बारिश लोगों के लिए राहत की बजाय परेशानी का कारण बन गई है।
भूजल में भी नहीं मिली राहत
पेयजल के लिए भूजल का दोहन होने से इसका जलस्तर लगातार घट रहा है। अप्रैल में ही हल्द्वानी में ट्यूबवेल में लगे सेंसर में 50 फीट की कमी दर्ज की गई है। बारिश के दौरान इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद थी। लेकिन बुधवार की बारिश में मिट्टी की पहली परत भी नहीं भीग सकी।
पेयजल संकट जारी
बारिश के बाद भी हल्द्वानी के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल का संकट बना रहा। गुरुवार को भी जल संस्थान के विभागीय और अनुबंधित टैंकर पानी की कमी से प्रभावित क्षेत्रों में सप्लाई पहुंचाते रहे। सहायक अभियंता रविंद्र कुमार ने बताया कि बारिश से पानी की मांग में कोई कमी नहीं आई है।
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