महाराष्ट्र के मंत्री जयकुमार पहुंचे ऋषिकेश
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री जयकुमार रावल ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ परमार्थ निकेतन में स्वामी चिदानंद सरस्वती से आशीर्वाद लिया। उन्होंने गंगा आरती में भाग लिया और जल संरक्षण एवं पर्यावरण की...

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री जयकुमार जीतेंद्र रावल पत्नी सुभद्रा रावल और पुत्री वेदांदतेश्वरी रावल संग शुक्रवार को परमार्थ निकेतन पहुंचे। उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से आशीर्वाद लिया। दोनों के बीच अध्यात्मिक यात्रा को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान उन्होंने गंगा आरती में भी सहभाग किया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि मुंबई में समुद्र तट एवं बाणगंगा जैसे पवित्र जल स्थलों पर आरती के शुभारंभ से जनजागरण, जल संरक्षण और पर्यावरण के क्षेत्र में एक महान क्रांति हो सकती है। बाणगंगा और समुद्र तटों पर आरती आरंभ करने से लोगों में जलस्रोतों के प्रति आस्था और जागरूकता दोनों ही बढ़ेगी।
सागर सेवा संकल्प के रूप में हम एक शुरूआत कर सकते हैं। भारत के समुद्र तट सिर्फ आर्थिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, धार्मिक और पर्यावरणीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। जब हम तटों पर आरती करेंगे, तो यह एक संदेश होगा कि हम जल को पूज्य मानते हैं उसे प्रदूषित नहीं, पवित्र रखना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने मंत्री से जल संरक्षण, जल के प्रति जागरूकता और बाणगंगा, समुद्र व नदी तटों की महत्ता को जन-जन तक पहुंचाना हेतु आरती शुरू करने को कहा। कैबिनेट मंत्री जयकुमार रावल ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार इकोनॉमी और इकोलॉजी दोनों के संतुलित विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बाणगंगा जैसी प्राचीन जलधरोहरें हमारी सांस्कृतिक विरासत हैं, जो हमें जल, जीवन और परंपरा की गहराई का बोध कराती हैं। इनका संरक्षण पर्यावरणीय दृष्टि से तो जरूरी है साथ ही भावी पीढ़ियों को हमारी परंपराओं से जोड़ने का सशक्त माध्यम भी है। सरकार ऐसे पवित्र स्थलों के पुनरोद्धार और जागरूकता अभियान को प्राथमिकता दे रही है। इस दौरान स्वामी चिदानंद सरस्वती ने महाराष्ट्र के मंत्री को रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।