मैंने और मेरे भाई ने नेशनल हेराल्ड को 25-25 लाख रुपये दान दिए, इसमें क्या गलत: डीके शिवकुमार
आरोप है कि कांग्रेस नेताओं (सोनिया और राहुल गांधी) ने यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से एजेएल की संपत्तियों को कम कीमत पर हस्तांतरित किया, जिससे वित्तीय अनियमितता और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे।

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने नेशनल हेराल्ड को लेकर शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैंने और मेरे भाई डीके सुरेश ने कांग्रेस की ओर से ऑपरेटेड समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड को दान दिया है। यह बयान प्रवर्तन निदेशालय (ED) की चार्जशीट में उनके नाम आने की खबरों के बीच आया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने डिप्टी का समर्थन करते हुए कहा कि दान देने में कुछ भी गलत नहीं है। विजयपुरा जिले के कोल्हार गांव में पत्रकारों से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा, 'मैंने और डीके सुरेश ने नेशनल हेराल्ड को 25-25 लाख रुपये का दान दिया है। इसमें क्या गलत है? हमने अपनी पार्टी की ओर से संचालित न्यूजपेपर को दान दिया है।'
डिप्टी सीएम से कहा गया कि क्या 2.5 करोड़ रुपये दान दिए गए? इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'हां, हमने ट्रस्ट को यह राशि दी है। हम इससे इनकार नहीं कर रहे। क्या हमने इसे चोरी-छिपे दिया? नहीं, हमने अपनी आय से खुलकर दान दिया है।' उन्होंने जोर देकर कहा कि वह भविष्य में भी दान देना जारी रखेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी की चार्जशीट में उनका नाम शामिल करने के पीछे राजनीति है। शिवकुमार के भाई सुरेश का भई इस मामले को लेकर बयान आया है। बेंगलुरु में उन्होंने कहा, 'हमने ट्रस्ट को लगभग 2 से 2.5 करोड़ रुपये का दान दिया है।'
शिवकुमार के भाई सुरेश ने क्या कहा
शिवकुमार के भाई सुरेश ने कहा कि हमने ईडी अधिकारियों की ओर से पूछे गए सभी सवालों के जवाब दिए हैं। हम यह नहीं कह रहे कि हमने दान नहीं दिया। हमें यह जानकारी नहीं है कि दान देना गलत था।' उन्होंने आरोप लगाया कि चार्जशीट कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाने के लिए दाखिल की गई है। पूर्व सांसद सुरेश ने कहा कि यह चार्जशीट राजनीतिक हथकंडा है और इसे अदालत में चुनौती दी जाएगी। उन्होंने कहा, 'यह सोनिया गांधी का ट्रस्ट नहीं, बल्कि यंग इंडिया ट्रस्ट है। हमने यंग इंडिया ट्रस्ट को दान दिया। यह कोई व्यक्तिगत लाभ के लिए बनाया गया संस्थान नहीं है और इसका उपयोग कभी व्यक्तिगत उद्देश्यों के लिए नहीं किया गया।'