सुहागिन महिलाओं ने नरेंद्रनगर में तिलों का तेल पिरोया
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मंगलवार को टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह के नेतृत्व में सुहागिन महिलाओं ने तिलों का तेल पिरोया। यह तेल भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए उपयोग...

हिंदुओं की आस्था के प्रतीक भू-बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम गाडू घड़ा तेल कलश के लिए मंगलवार को नरेंद्रनगर स्थित राजमहल में महारानी एवं टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह के नेतृत्व में सुहागिन महिलाओं ने तिलों का तेल पिरोया। देर शाम को तेल कलश मंदिर समिति और डिम्मर धार्मिक पंचायत के सदस्यों के साथ चेला चेतराम धर्मशाला ऋषिकेश में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचा। इसके साथ ही बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। 4 मई को सुबह 6 बजे बदरीनाथ धाम के कपाट विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। टिहरी राजदरबार नरेंद्रनगर में भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, राजकुमारी श्रीजा की अगुवाई में नगर की 70 से अधिक सुहागिन महिलाओं ने व्रत रखने के साथ पीले वस्त्र धारण कर तेल पिराया। उन्होंने विशेष पूजा-अर्चना के बाद मूसल, ओखली व सिलबट्टे से तिलों का तेल भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए पिरोया। इससे पूर्व प्रातः ही श्री बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी मिष्ठान भोग के साथ गाडू घड़ा को राज दरबार लेकर पहुंचे। राज पुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल ने महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, राजकुमारी श्रीजा के हाथों पूजा अर्चना कर तिलों का तेल पिरोने का शुभारंभ किया।
इस दौरान राज दरबार को फूल मालाओं से सजाया गया था। तिलों का तेल पिराने के बाद तेल को विशेष शुद्ध बर्तन में जड़ी बूटियों के साथ गर्म आंच में पकाया गया। अब यह तेल भगवान बदरी विशाल की मूर्ति के अभिषेक के लिए कपाट खुलने के बाद अगले 6 माह तक प्रयोग किया जाएगा। तिलों का तेल गाडू घड़ा तेल कलश में मंत्र उच्चारण के साथ परिपूरित किया गया। डिम्मर समुदाय के सरोला ब्राह्मणों द्वारा तैयार किया गया भोग तेल कलश पर चढ़ने, पूजा करने के साथ महाराज मनुज्येंद्र शाह, महारानी माला राज्यलक्ष्मी, राजकुमारी श्रीजा को प्रसाद स्वरूप भोग खिलाकर व्रत तोड़ा गया। देर शाम को गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा ऋषिकेश के लिए रवाना हुआ। बुधवार सुबह ऋषिकेश से तपोवन, कौडियाला, देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग के डिम्मर गांव पहुंचेगी। तेल कलश यात्रा वहां से पांडुकेश्वर आदि स्थानों से होते हुए 3 मई को श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगी। 4 मई को प्रातः 6 बजे श्रद्धालुओं के लिए भगवान बदरीनाथ के कपाट खोल दिए जाएंगे। इस मौके पर डिम्मर धार्मिक पंचायत के शैलेंद्र डिमरी, अरविंद डिमरी, संजय डिमरी, हरीश डिमरी, अहाना, नितेश चौहान, राजपाल जड़घारी, रजनीश कंसवाल आदि मौजूद थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।