वैशाख विनायक चतुर्थी कल, जानें पूजन मुहूर्त, विधि व उपाय
Vaishakh Vinayaka Chaturthi 2025 : वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी व्रत रखा जाएगा। इस दिन व्रत रखने व गणेश जी की आराधना करने से संतान सुख व समृद्धि का वास होता है।

Vaishakh Vinayaka Chaturthi 2025, वैशाख विनायक चतुर्थी कल: भगवान गणपति को समर्पित है वैशाख विनायक चतुर्थी है। मई के महीने की विनायक चतुर्थी वैशाख विनायक चतुर्थी कहलाएगी। इस दिन व्रत रखने व गणेश जी की आराधना करने से संतान सुख व समृद्धि का वास होता है। शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी व्रत रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि 30 अप्रैल 2025 को दोपहर 2 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगी व 1 मई के दिन सुबह 11:23 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, यह व्रत 1 मई को रखा जाएगा। आइए जानते हैं पूजन के शुभ मुहूर्त, विधि व उपाय-
पूजन मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त 04:14 से 04:57
- अभिजित मुहूर्त 11:52 से 12:45
- विजय मुहूर्त 14:31 से 15:24
- गोधूलि मुहूर्त 18:55 से 19:17
- अमृत काल 06:16 से 07:44 , 03:36, मई 02 से 05:07, मई 02
- रवि योग 05:40 से 14:21
चौघड़िया मुहूर्त
- शुभ - उत्तम 05:40 से 07:20
- चर - सामान्य 10:39 से 12:18
- लाभ - उन्नति 12:18 से 13:58
- अमृत - सर्वोत्तम 13:58 से 15:37
- शुभ - उत्तम 17:17 से 18:56वार वेला
- अमृत - सर्वोत्तम 18:56 से 20:17
भोग- लड्डू, मोदक, फल, सूखे मेवे, पंचामृत
पूजा-विधि: प्रभु का जलाभिषेक करें। इसके बाद भगवान को वस्त्र और आभूषणों से सजाएं। गणपति बप्पा को पीले चंदन का तिलक लगाएं। प्रभु पर पीले रंग के फूल, अक्षत, कलवा और दूर्वा घास चढ़ाएं। वैशाख विनायक चतुर्थी व्रत का संकल्प लें। अब धूप और घी के दीपक से भगवान गणेश जी की आरती करें। प्रभु को फल और लड्डुओं का भोग लगाएं। गणेश चालीसा का पाठ करना शुभ रहेगा। इसके बाद क्षमा प्रार्थना करना ना भूलें।
उपाय: धन वृद्धि के लिए ऋणहर्ता गणेश स्रोत का पाठ करें। गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।