दो जून की रोटी के लिए गया जी से दिल्ली गए 35 लोग, एक्सीडेंट में 3 बच्चों समेत 4 की मौत
बिहार के गया जी से दिल्ली कमाने गए लोगों की गाड़ी पलट गई। हादसे में एक ही गांव के 3 बच्चों समेत 4 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में पिता और बेटी भी शामिल हैं।

बिहार के गया जी से दो जून की रोटी कमाने के लिए मजदूरों का एक दल दिल्ली गया। इसमें मजदूर और उनके परिवार वालों समेत 35 लोग शामिल थे। बुधवार शाम को दिल्ली से हरियाणा की तरफ जाते समय उनकी गाड़ी बेकाबू होकर पलट गई। इस सड़क हादसे में 3 बच्चों समेत 4 लोगों की मौत हो गई। वहीं, कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। सभी इमामगंज प्रखंड की झिकटिया पंचायत के चपरी गांव के रहने वाले थे। मरने वालों में पिता-पुत्री भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार चपरी गांव से 35 लोगों का दल दिल्ली गया था। इनमें मजदूर और उनके परिवार के लोग शामिल थे। बुधवार सुबह सभी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन पहुंचे। वहां से एक पिकअप में सवार होकर काम के लिए हरियाणा की ओर रवाना हो गए। इसी बीच दिल्ली के द्वारका उपनगर में उनकी पिकअप वैन का आगे का टायर फट गया। इससे गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई।
इस घटना में चपरी गांव के मजदूर 26 वर्षीय रंजीत कुमार मांझी, उनकी 6 साल की बेटी लक्ष्मीनिया कुमारी, राजेश भारती की 7 वर्षीय बेटी शीशम कुमारी और संजय भारती के 7 वर्षीय बेटे गौरव कुमार की जान चली गई। दुर्घटना में 30 लोग घायल हैं, जिनका इलाज दिल्ली में हो रहा है। इन सबी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
इस हादसे की सूचना मिलते ही गुरुवार को चपरी गांव में कोहराम मच गया। इमामगंज की विधायक दीपा मांझी गुरुवार को पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचीं। साथ ही प्रशासन के लोग भी गांव आए। प्रशासन की तरफ से मदद का आश्वासन दिया गया है। बताया गया की पोस्टमार्टम होने के बाद सभी शवों को गांव लाया जाएगा। बड़ी संख्या में गांव से लोग दिल्ली गए हैं। ऐसे में सभी अपने संबंधियों की खोज खबर लेते नजर आए।
सीएम नीतीश ने हादसे पर जताया दुख, परिवार को 2-2 लाख रुपये मिलेंगे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली हादसे में गया जी जिले के 4 लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि यह दुर्घटना काफी दुखद है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये आर्थिक सहायता राशि देने का निर्देश दिया है। साथ ही अन्य विभागों से भी मिलने वाली अनुमान्य सहायता राशि मृतक के आश्रितों को उपलब्ध कराई जाएगी।
सीएम नीतीश ने नई दिल्ली के स्थानिक आयुक्त को निर्देश दिया है कि दिल्ली सरकार से समन्वय स्थापित कर मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके मूल निवास स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था करें। साथ ही इस दुर्घटना में घायल लोगों के समुचित इलाज कराने का भी निर्देश दिया गया। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से कामना की है।