अत्याधुनिक होगा नालंदा खंडहर, परिसर का होगा विस्तार
नालंदा खंडहर में आधुनिकरण और विस्तार की योजना बनाई जा रही है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक केके मुहम्मद ने खंडहरों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि परिसर का विस्तार करने के लिए...

अत्याधुनिक होगा नालंदा खंडहर, परिसर का होगा विस्तार फोटो: 24नालंदा01: नालंदा खंडहर में किये जा रहे नवीनिकरण का जायजा लेते पूर्व क्षेत्रिय निदेशक केके मुहम्मद व सुजीत नयन। नालंदा, निज संवाददाता। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष को विश्वधरोहर में शामिल होने के बाद हो रहे नवीनीकरण का जायजा लेने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पूर्व क्षेत्रिय निदेशक केके मुहम्मद गुरु वार को नालंदा पहुंचे। अधीक्षण पुरातत्वविद सुजीत नयन ने खंडहर परिसर में हो रहे नवीनीकरण के बारे में विस्तार से बताया। भग्नावशेष के आधुनिकीकरण का जायजा लेने के बाद केके मुहम्मद ने कहा नालंदा की धरती से मेरा पुराना लगाव है। ऐसा लगता है कि यह मेरी जन्म स्थली है। इस विश्वविद्यालय में विश्व के लोग अध्ययन करते थे। यह आवासीय परिसर था। अभी मात्र दस प्रतिशत भाग की उत्खनित हुए हैं। ज्यादातर भाग अभी भी जमीदोज है। आसपास के कुछ भुभाग को उत्खनित कर विस्तार किया जाना चाहिए। बेगमपुर में विश्वविद्यालय का अवशेष मिला है। वहां तक खुदाई की जानी चाहिए। लेकिन इसके पहले बसी आबादी को उचित मुआवजा उपलब्ध कराते हुए वैकल्पिक व्यवस्था करना होगा। तभी लोग खुशी मन से भूमि आपको देंगे। परिसर का विस्तार करने के साथ पर्यटकों के सुविधा का भी ख्याल रखना होगा। प्रवेश व निकास द्वार अलग हो। प्रवेश द्वार के पास हीं व्याख्या केद्र हो। पर्यटक टिकट लेने के बाद सबसे पहले व्याख्या केंद्र से गुजरें। जिसमें प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के इतिहास के बारे में जानकारी देने की व्यवस्था हो। गाइड का पारिश्रमिक टिकट में हीं समाहित हो। इसका व्यवस्था भी पुरातत्व विभाग को उपलब्ध कराना होगा। पर्यटक जब नालंदा खंडहर का अवलोकन कर बाहर निकलें तो इसका इतिहास उनके रोमरोम में समाहित हो उनका कुंडलिय जागृत हो जाय। अधीक्षण पुरातत्वविद सुजीत नयन ने कहा कि खंडहर परिसर का विस्तार करने के लिए भूमि अधिग्रहण करने के लिए जिला प्रशासन के पास 16 करोड़ जमा है। पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिले इसके लिए विभाग प्रयास कर रहा है। विश्व धरोहर आने वाले पर्यटक अभी सड़क किनारे हीं वाहन की पार्किंग करते हैं। उनके लिए संग्रहालय परिसर के खाली मैदान में बिना स्थाई निर्माण किये पार्किंग तथा पुराने टिकट घर परिसर में आधुनिक शौंचालय बनाने की योजना विचाराधीन है। दुकानदारों के लिए वेंडिंगजोन बनाने के लिए जिला प्रशासन से बात चल रही है। मौके पर सहायक संरक्षक अमृत झा, सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद डा. मुहम्मद अजहर साहबर, ऋषिकेश व अन्य मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।