जीवन के मार्ग दर्शन में यज्ञ की नितांत आवश्यकता
ण विश्व शांति महायज्ञ में प्रवचन सुनते श्रद्धालु पेज चार की बॉटम के साथ डोरीगंज, एक संवाददाता। जिले के सुप्रसिद्ध सूर्य नरायण मंदिर कोठियां-नरावं परिसर में चल रहे नव दिवसीय नारायण विश्व शांति महायज्ञ...

डोरीगंज, एक संवाददाता। जिले के सुप्रसिद्ध सूर्य नरायण मंदिर कोठियां-नरावं परिसर में चल रहे नव दिवसीय नारायण विश्व शांति महायज्ञ से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। नित्य शाम हो रही महाआरती में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। महायज्ञ के महत्व को विस्तार से बताते हुए प्रवचन कर्ताओं ने कहा कि जीवन के मार्ग दर्शन में यज्ञ की नितांत आवश्यकता है। इससे अज्ञानता को दूर कर ज्ञान व अध्यात्म की तरफ बढ़ने का अवसर प्रदान होता है। प्रवचन कर्ता डॉ पुंडरीक शास्त्री ने कहा कि सत्संग में जाने से दूषित विचार का अंत हो जाता है। सत्य संगति से अच्छे विचारों का जन्म होता है और दुश्मनी का अंत हो जाता है। उन्होंने कहा कि सुखी व आनंदमय जीवन पाने के लिए खुद में मनुष्यता का भाव लायें और मनुष्यता पाने के लिए संस्कारवान बनें, सुविचारों से आध्यात्मिक प्रखरता लाएं। यज्ञ स्थल पर बने हवन कुंड लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रह हैं। हवन में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। महायज्ञ के पांचवें दिन सुबह से ही मंदिर में पूजन, यज्ञशाला परिक्रमा, मूर्ति पूजन व यज्ञाधीश के आशीर्वाद के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। प्रवचन, रासलीला और रामलीला का रसपान कर सभी श्रद्धालु अपने जीवन को धन्य बना रहे हैं। यज्ञ में नित्य दूर दराज के श्रद्धालु और यज्ञ प्रेमियों का भी सुभागमन हो रहा है।
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