धर्म की स्थापना के लिए हुआ था मर्यादा पुरूषोतम श्रीराम का अवतरण: मौनी बाबा
सोनपुर में लोकसेवा आश्रम के व्यवस्थापक संत विष्णुदास उदासीन ने कहा कि धर्म और न्याय की स्थापना के लिए भगवान श्रीराम का अवतरण हुआ था। हरिहरक्षेत्र की पवित्रता और साधु-संतों की तपोस्थली पर चर्चा करते...

सोनपुर। संवाद सूत्र लोकसेवा आश्रम के व्यवस्थापक संत विष्णुदास उदासीन ने कहा है कि धर्म और न्याय की स्थापना के लिए ही मर्यादा पुरूषोतम श्रीराम का अवतरण हुआ था। भगवान श्रीराम मर्यादा पुरूषोतम के रूप में जाने जाते हैं। जब-जब धर्म की हानि होती है तब- तब अधर्म के नाश के लिए धरती पर भगवान का अवतरण होता है। वे लोकसेवा आश्रम में हरिहरक्षेत्र और मर्यादा पुरूषोतम राम विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने हरिहरक्षेत्र की महता को रेखांकित करते हुए कहा कि प्राचीन काल से ही हरिहरक्षेत्र की पवित्र भूमि साधु- संतों और श्रृषि- महर्षियों की तपोस्थली रही है। गीतकार अजय कुमार की लिख रहा गीत नए जमाने का नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। युग बोध साहित्य संस्था के तत्वावधान में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार सुरेन्द्र मानपुरी ने की जबकि संचालन अधिवक्ता विश्वनाथ सिंह ने किया। समारोह को भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता उपेन्द्र सिंह, कवि मधुमंगल सिंह, उदय प्रताप सिंह, शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, भाकपा नेता ब्रजकिशोर शर्मा, ठाकुर संग्राम सिंह, अवध किशोर शर्मा, शंकर सिंह, अभय सिंह, नित्यानंद सिंह,अधिवक्ता राममूरत शर्मा, नरेशू सिंह, एसपी सिंह, विपिन सिंह, मनिष कुमार, दामोदर राय, संजीत कुमार, वैभव कुमार आदि ने संबोधित करते हुए अपने संबोधन में कहा कि मर्यादा पुरूषोतम राम ने अपनी लीलाओं के माध्यम से जो आदर्श समाज के सामने उपस्थापित किया था, उसका अनुशरण व अनुकरण करके ही अपसंस्कृतियों से बचा जा सकता है।
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