Regular Cleaning Initiatives Transform Railway Colony in Chapra गन्दगी से परेशान रेल कर्मियों की कॉलोनी की होने लगी नियमित सफाई, Chapra Hindi News - Hindustan
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गन्दगी से परेशान रेल कर्मियों की कॉलोनी की होने लगी नियमित सफाई

नालों की सफाई से लेकर कॉलोनी की स्वच्छता का भी रखा जा रहा ध्यान बोले अभियान के तहत कर्मियों की परेशानी के मुद्दे को उठाया गया था। 12 जनवरी के अंक में कॉलोनी में गंदगी से रेल कर्मचारी परेशान, नालों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराFri, 18 April 2025 09:41 PM
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गन्दगी से परेशान रेल कर्मियों की कॉलोनी की होने लगी नियमित सफाई

नालों की सफाई से लेकर कॉलोनी की स्वच्छता का भी रखा जा रहा ध्यान छपरा बोले असर छपरा ,हमारे संवाददाताl। गन्दगी से परेशान रेल कर्मियों की कॉलोनी की अब नियमित सफाई होने लगी है। नालों की सफाई से लेकर कॉलोनी की स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान के छपरा बोले अभियान के तहत कर्मियों की परेशानी के मुद्दे को उठाया गया था। 12 जनवरी के अंक में कॉलोनी में गंदगी से रेल कर्मचारी परेशान, नालों की भी नहीं होती सफाई शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद से ही इस पर अमल करने की तैयारी शुरू हो गयी। रेलवे कॉलोनी में सफाई कर्मचारियों के द्वारा झाड़ू लगाया जा रहा है l कॉलोनी की सड़क अब साफ सुथरी दिख रही है। खास कर आरपीएफ के बगल से जाने वाली सड़क के पास अवस्थित कॉलोनी जिसमें अधिकारी रहते हैं उस पथ पर सफाई सबसे ज्यादा दिख रही हैl अब सफाई नियमित हो रही हैl रेलवे कॉलोनी के नाली की सफाई भी बीच-बीच में की जा रही है यही कारण है कि हाल के दिनों में हुई बारिश के बाद पानी की निकासी भी आसानी से हो जा रही हैl गौरतलब है कि छपरा जंक्शन व छपरा कचहरी स्टेशन को मिलाकर करीब 4000 रेल कर्मचारी कार्यरत हैं और अधिकतर लोग परिवार के साथ कॉलोनियों में ही रहते हैं। रेल कर्मियों ने हिन्दुस्तान के साथ विचार साझा किया था। अपनी परेशानी बताई और सुझाव भी दिये थे।कुछ रेल कर्मियों का कहना है कि उन्हें रेलवे कॉलोनी में आवास समुचित रूप से नहीं मिल पाता है। इनमें लोको पायलट कर्मियों की संख्या ज्यादा है। इसकी मूल वजह यह है कि रेलवे कॉलोनी में बनाए गए आवास व पदस्थापित कर्मियों का अनुपात तुलनात्मक रूप से असमान है। जितने आवास हैं, उससे कहीं ज्यादा रेलकर्मी यहां पदस्थापित हैं। ऐसे में उन्हें निजी तौर पर शहर में अन्यत्र किराये पर आवास लेकर रहना पड़ता है। आवास बनाने का भी प्रस्ताव मुख्यालय को चला गया हैl कोट एनई रेलवे मजदूर यूनियन के पदाधिकारी भी इस समस्या को लेकर काफी गंभीर थे और इन लोगों ने कहा है कि हिंदुस्तान में छपी खबर के बाद देर से ही सही लेकिन अब असर दिखने लगा है। रेलवे कॉलोनी में सफाई की व्यवस्था शुरू हो गई है। रेलवे क्वार्टर के भी बारे में ऐसी सूचना मिल रही है कि आने वाले साल में यहां रेल क्वार्टर का भी निर्माण रेल प्रशासन के द्वारा कराया जाएगा। शेषनाथ सिंह, संगठन मंत्री एनई रेलवे मजदूर यूनियन, छपरा

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