जेपी के चेले एसी में, उनके घर में बिजली नहीं; सिताब दियारा से प्रशांत किशोर की बिहार यात्रा शुरू
जयप्रकाश नारायण की जन्मदिन से 'बिहार बदलाव यात्रा' का आगाज करने वाले जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि जो खुद को जेपी का चेला (अनुयायी) होने का दावा करते हैं, वो एसी में है, और जेपी के घर में बिजली नहीं है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है?

जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सारण के सिताब दियारा से राज्यव्यापी 'बिहार बदलाव यात्रा' की शुरुआत की। इस दौरान उन्होने जेपी के पैतृक घर का दौरा भी किया। लेकिन घर की जर्जर हालत और बिजली नहीं होने पर नीतीश सरकार पर हमला बोला। प्रशांत किशोर ने कहा कि जो खुद को जेपी का चेला (अनुयायी) होने का दावा करते हैं, बीते 35 साल से बिहार में राज कर रहे हैं, वो एसी में है, और यहां जेपी के घर में बिजली नहीं है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है?
पीके ने कहा कि पता चला है कि करीब 4 लाख का बिजली का बिल बकाया है, जो राज्य सरकार ने जमा नहीं किया है। जिसके चलते बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें पता लगा है कि जेपी के गांव के विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर से 500 करोड़ रुपए दिए गए हैं। लेकिन क्या हाल हैं, आप लोग भी देख सकते हैं।
पीके ने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं, कि हमसे चंदा लेकर जयप्रकाश नारायण जी के घर में बिजली बहाल करें। मैं यहां जेपी के जर्जर घर को देखने नहीं आया था, मैं तो लोकनायक की जन्मस्थली से प्रेरणा लेने आया हूं। लेकिन यहां की हालत देखकर बिहार में बदलाव की मेरी बात और मजबूत हो जाती है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में बदलाव क्यों जरूरी है, ये जानने के लिए आप अपने घरों को मत देखिए, जयप्रकाश नारायण जी के घर को देख लीजिए, जब यहां बिजली नहीं है, तो बिहार को विकास का सपना दिखा रहे लोग कितना झूठ बोल रहे हैं। ये आप भी जान लीजिए। इससे पहले पीके ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए सारण जिले के शहीद मोहम्मद इम्तियाज के घर गए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। आपको बता दें बिहार बदलाव यात्रा' के तहत प्रशांत किशोर अगले 120 दिनों में बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों का दौरा करेंगे और जनता से सीधा संवाद स्थापित करेंगे।