नौकरी दो पदयात्रा छोड़ कन्हैया दिल्ली रवाना, अररिया में कांग्रेस वर्कर्स और बाउंसर में भिड़ंत
- अररिया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कन्हैया कुमार के बाउंसरों के साथ विवाद हो गया जिसमें धक्का मुक्की की खबर है। उसके बाद आनन फानन में पदयात्रा रोक दी गयी और कन्हैया दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने अपनी पदयात्रा स्थगित कर दिया है। वे दिल्ली रवाना हो गये हैं। रविवार को पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा पर कन्हैया अररिया में थे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कन्हैया कुमार के बाउंसरों के साथ विवाद हो गया जिसमें धक्का मुक्की की खबर है। उसके बाद आनन फानन में पदयात्रा रोक दी गयी और कन्हैया दिल्ली के लिए रवाना हो गए। जिला कांग्रेस नेताओं का कहना है कि दिल्ली से उन्हें कॉल आया था।
जानकारी मिल रही है कि नेता को माला पहुंचाने और उनके साथ सेल्फी लेने को लेकर विवाद हुआ। एक विधायक के संबंधी की सुरक्षा कर्मियों से बहस हुई। वे नेता के पास पहुंचने से लोगों को रोक रहे थे। दोनों ओर से धक्का मुक्की हो गई जिसमें कुछ कार्यकर्ता गिर गए। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और बस स्टैंड के पास से कन्हैया पदयात्रा को स्थगित कर दिल्ली के लिए निकल गए।
बताया जा रहा है कि कन्हैया कुमार के यात्रा में शामिल होने के बाद उनके साथ फोटो खींचाने के लिए कांग्रेस नेताओं और समर्थकों के बीच होड़ मच गयी। इस दौरान कन्हैया कुमार के साथ फोटो खिंचाने को लेकर समर्थकों के बीच आपस में धक्का मुक्की शुरू हो गई। इसके बाद कन्हैया कुमार के बाउंसर और समर्थक आपस में भिड़ गए। समर्थकों और बाउंसरों के बीच हुई धक्का मुक्की कुछ देर तक चलती रही।इसके बाद कई नेता व कांग्रेस समर्थक यात्रा छोड़ मुख्य सड़क से सर्विस रोड आ गये। इस धक्का मुक्की के बाद यात्रा जब बस स्टैंड चौराहा पहुंची तो कन्हैया कुमार यात्रा छोड़ गाड़ी में बैठ कर वहां से निकल गए। बताया गया कि कन्हैया कुमार को फ्लाइट पकड़ना था और वह दिल्ली जाने के लिए बागडोगरा एयरपोर्ट निकल गए हैं।
2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर सभी दल बिहार में एक्टिव हैं। राज्य में पलायन और रोजगार के मुद्दे पर एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार बिहार में पदयात्रा पर निकले हैं जिसका नाम पलायन रोको नौकरी दो पदयात्रा रखा गया है। इसकी शुरुआत चंपारण के भितिहरवा से की गयी है जहां महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ नील आन्दोलन किया था। अपनी पदयात्रा के जरिए कांग्रेस नेता युवाओं को कांग्रेस के जोड़ने की कवायद कर रहे हैं।