बच्चों ने नये क्लास में किया प्रवेश, नहीं मिलीं नि:शुल्क किताबें
फ्लायर :बच्चे नए क्लास में प्रवेश पर नहीं मिली नि:शुल्कबच्चे नए क्लास में प्रवेश पर नहीं मिली नि:शुल्कबच्चे नए क्लास में प्रवेश पर नहीं मिली नि:शुल्क

खगड़िया। राजीव कुमार सरकारी स्कूलों के बच्चे ग्रीष्मकालीन टाइम के क्लास में फिलहाल सिर्फ पिछली पढ़ाई का रिवीजन ही करेंगे। इस अप्रैल माह तक सिलेबस अनुसार पढ़ाई नहीं होगी। स्कूलों में क्लास दो से आठवीं तक के बच्चों को पिछले क्लास में पढ़ाए गए पाठ का सिर्फ रिविजन कराया जाएगा। इसके बाद बच्चों की परीक्षा अप्रैल माह के अंत में फिर से परीक्षा भी ली जाएगी। यह जांच सह परीक्षा रिविजन कार्य की होगी। इसके बाद पहली मई से नए क्लास की पढ़ाई शुरू करायी जाएगी। जाहिर है कि बच्चे अगले क्लास में चले गए। पर, अभी तक विभाग से मिलने वाली नि:शुल्क किताब बच्चों के हाथों को नहीं मिली। ऐसे में सिलेबस अनुसार पढ़ाई कैसे करेंगे, सो शिक्षा विभाग ने भी इसका हल निकाल ही लिया। बच्चों को इस अप्रैल माह में स्कूल में जो पढ़ाई गई उसका रिवाइज करने को कहा गया है। शिक्षक क्लास में बच्चों को पिछले क्लास में की गई पढ़ाई का रिवीजन कराएंगे। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने क्लास दो से आठवीं तक के लिए मॉडल टाइम टेबल जारी किया है। इधर सोमवार से स्कूलों का संचालन पहली जून तक के लिए सुबहकालीन हो गया है। बड़ा सवाल है कि पहली अप्रैल से नया सत्र शुरू है। पर, जिले के सभी बच्चों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक नहीं मिली है। बच्चों का नामांकन भी चल रहा है। सोमवार से मॉर्निंग स्कूल भी हो गया। पर अभी इस माह तक रिवीजन ही चलेगा। सवाल यह भी है कि विभाग पहले कह रहा था कि नया सत्र के शुरू के साथ ही बच्चों के हाथों में किताब मिल जाएगी। पर सात दिन बीत गया विभाग से मिलने वाली नि:शुल्क किताब बच्चों को पढ़ने के लिए नहीं मिला है। हालांकि कुछ क्लास की किताब प्रखंड को उपलब्ध होने की बात की जा रही है। पर, बच्चों को किताब देखने को नहीं मिला है। वहीं चौथी, छठी, सातवीं और आठवीं की एक भी किताब जिला नहीं आने की बात कही जा रही है। सदर ब्लॉक और अलौली ब्लॉक के कई हेडमास्टरों ने बताया कि बीआरसी से अब तक किताब उपलब्ध नहीं कराया गया है। गोगरी प्रखंड में कुछ क्लास के लिए किताब स्कूलों को दिया जरूर गया है। इधर बता दें कि शिक्षा विभाग अब क्लास एक से 12 वी तक के बच्चों को नि:शुल्क किताब उपलब्ध कराने की बात कर रही है। पर, नौंवीं से 12वीं के लिए एक भी किताब जिला आने की बात नहीं कही जा रही है। जिले में साढ़े तीन लाख बच्चों के लिए किताब की डिमांड राज्य से बहुत पहले ही जिला से की गई थी।
स्कूल का बदला टाइम तो रूटिन भी बदला: सरकारी स्कूलों का टाइम टेबल सात अप्रैल से बदल गया है। वहीं रूटिन भी बदल गया है। स्कूल सुबह 6.30 से दोपहर 12.30 बजे तक संचालित होगी। सबसे पहले सुबह 6:30 प्रार्थना सभा होगी। जिसमें योग, ध्यान से लेकर सामान्य नॉलेज और समाचार वाचन भी होगा। इसके बाद पहली घंटी सुबह सात से शुरू होगी। जिसमें बच्चों को गणित का रिविजन कराया जाएगा। दूसरी घंटी 7:40 से 8:20 बजे तक का होगा। इसमें भाषा विषयों का रिविजन होगा। तीसरी घंटी सुबह 8:20 से नौ बजे तक में विज्ञान और पर्यावरण का रिविजन होगा। सुबह 9 बजे से 9:40 बजे का समय मध्यांतर में बच्चों को मध्याह्न भोजन परोसा जाएगा। वही 9:40 से चौथी घंटी में सामाजिक विज्ञान का रिविजन बच्चों को कराया जाएगा। 10:20 बजे से पांचवी घंटी का क्लास लगेगा। जिसमें गणित का रिविजन 11 बजे से छठी घंटी में भाषा विषयों का फिर से करना होगा। 11:40 से 12:20 बजे तक सातवीं घंटी के समय में बच्चों के पसंद की खेल गतिविधियों में शामिल कराया जाना है।
बच्चों की छुट्टी बाद शिक्षक 10 मिनट अगले दिन की बनाएंगे कार्य योजना: बच्चों को छुट्टी देने के बाद शिक्षक अगले 10 मिनट और बने रहना है। इस दौरान हेडमास्टर द्वारा शिक्षकों की स्कूल में दैनिक गतिविधियों की समीक्षा करनी है। साथ ही अगले कार्य दिवस की कार्य योजना तैयार करेंगे। विभाग ने पहले ही शिक्षकों को अतिरिक्त दस मिनट स्कूल में रहकर बच्चों को दिए गए गृह कार्य को देखने को कह रखा है।
प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों के लिए किताब बीआरसी से स्कूलों को उपलब्ध करायी जा रही है। सभी बच्चों को जल्द नि:शुल्क किताब उपलब्ध हो जाएगी। कुछ बचे क्लास का किताब भी जल्द आ जाएगी।
शिवम, डीपीओ, एसएसए, खगड़िया।
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