जिला प्रशासन आपदा प्रबंधन को लेकर सतर्क .
लखीसराय में 10 और 12 अप्रैल को आई आंधी और बारिश के बाद जन जीवन प्रभावित हुआ। डीएम मिथिलेश मश्रि की अध्यक्षता में बैठक में मुआवजे के प्रावधानों की घोषणा की गई। विभिन्न क्षतियों के लिए घरों और पशुधन के...

लखीसराय एक प्रतिनिधि । जिला परिषद के द्वारा 10 एवं 12 अप्रैल को आयी आंधी व तूफान एवं वर्षा प्राकृति आपदा के कारण जन जीवन कुप्रभावित को लेकर डीएम मिथिलेश मश्रि की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रणा कक्ष में बैठक आयोजित हुई। बैठक में विभन्नि जगहों से आए जिप सदस्य व प्रमुख ने अपने अपने क्षेत्र की समस्या से अवगत कराते हुए सही से सर्वे कर रिपोर्ट बनवाने का आग्रह किया। डीएम ने बताया कि विभाग के द्वारा झोपड़ी क्षतग्रिस्त होने पर 8000 रुपये और पशुशेड के नुकसान पर 3000 रुपये दिए जाएंगे। आंशिक रूप से क्षतग्रिस्त कच्चे मकान पर 4000 रुपये तथा पक्के मकान पर 6500 रुपये का प्रावधान है, जबकि पूरी तरह क्षतग्रिस्त पक्के मकान के लिए 1,20,000 रुपये मुआवजा दिया जाएगा। घरों में आग लगने की स्थिति में नगद सहायता 7000 रुपये, बर्तनों के लिए 2500 रुपये और वस्त्रों के लिए 2500 रुपये की राशि नर्धिारित की गई है। पशुधन की हानि होने पर भी सरकार सहायता प्रदान करेगी।
गाय या भैंस के मरने पर 37,500 रुपये, बकरी या भेड़ के लिए 4000 रुपये, बैल या घोड़े के लिए 32,000 रुपये और बछड़ा या गधे के नुकसान पर 20,000 रुपये का मुआवजा मिलेगा। फसल क्षति पर प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये दिए जाएंगे। मुर्गियों की मौत पर 100 रुपये प्रति मुर्गी की दर से अधिकतम 10,000 रुपये तक सहायता दी जाएगी। आपदा में मृत्यु होने पर 4 लाख रुपये का प्रावधान है।
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